उत्तराखंड

उपजे कई सवाल, कैसे पार पाएगी सरकार, इस रिपोर्ट में है जोशीमठ 

जोशीमठ में भूधंसाव के बाद उपजे हालात से सरकार कैसे निपटेगी, इसका स्पष्ट रोडमैप अभी सामने आना बाकी है। ऐसे में लोगों के मन में जोशीमठ के भविष्य को लेकर तमाम तरह की शंकाएं और सवाल हैं, जिनका जवाब मिलने में अभी समय लगेगा। अमर उजाला इन अपनी इस रिपोर्ट में ऐसे ही कुछ सवालों की पड़ताल की है।

भूधंसाव प्रभावित जोशीमठ का अस्तित्व रहेगा या मिट जाएगा, इस सवाल का जवाब तकनीकी संस्थाओं की रिपोर्ट सामने आने के बाद ही मिल पाएगा है। तब सरकार भी अनिर्णय की स्थिति में दिखाई दे रही है। बीते दिनों आनन फानन में शहर में ड्रेनेज प्लान लागू करने के लिए सरकार की ओर से डीपीआर बनवाई गई। लेकिन निविदाएं खुलने के बाद भी सरकार ने इसे फिलहाल स्थगित कर दिया।

शासन की ओर से इसके पीछे भी यही तर्क दिया गया कि अब इस इस विषय पर तकनीकी संस्थाओं की रिपोर्ट मिलने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा। साफ है यदि यह रिपोर्ट प्रभावित जोशीमठ के पक्ष में नहीं आती है तो संभव है सरकार इस हिस्से में किसी भी प्रकार के निर्माण या पुनर्निर्माण पर पूरी तरह रोक लगा दे। ऐसे में यह रह रहे लोगों के पूर्ण विस्थापन का ही एकमात्र विकल्प बचता है।

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