उत्तराखंड

जोशीमठ में बनेगा आपदा प्रबंधन का कंट्रोल रूम, तैनात रहेगी BRO की टीम, सीएम धामी 

चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर मंगलवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने समीक्षा बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा शुरू होने से पूर्व सभी विभाग अपने स्तर से सभी तैयारियां पूर्ण कर लें। बदरीनाथ यात्रा के सुचारु संचालन के लिए बीआरओ की एक टीम नियमित भू-धंसाव की जद में आए जोशीमठ में रहेगी। यदि जोशीमठ में सड़कों में दरार या कोई अन्य समस्याएं आती हैं, तो उनका शीघ्र ट्रीटमेंट किया जाएगा। यात्रा के सफल संचालन के लिए जोशीमठ में आपदा प्रबंधन का कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा।

सीएम धामी ने कहा कि पिछले साल की चारधाम यात्रा में जो कमियां रह गई थीं, सभी संबंधित विभाग उनका निदान करते हुए, इस बार श्रद्धालुओं को क्या बेहतर सुविधाएं दे सकते हैं, इस पर विशेष ध्यान दें। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि यात्रियों की सुविधा के लिए सभी विभागों को समय से अपना होमवर्क पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। लोक निर्माण विभाग, नेशनल हाईवे और बीआरओ को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि चारधाम रूट की सभी सड़कों को समय से दुरुस्त कर लें।

बैठक श्रद्धालुओं की संख्या तय नहीं हो पाई। तीर्थपुरोहित महापंचायत के कड़े विरोध के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस संबंध में सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे को सभी हितधारकों से बातचीत का निर्देश दिया। वहीं, बदरीनाथ और केदारनाथ में दर्शन के लिए पहले दिन रिकॉर्ड 31 हजार श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया। चारधाम यात्रा के लिए पर्यटन विभाग ने प्रतिदिन केदारनाथ में 15 हजार, बदरीनाथ में 18 हजार, गंगोत्री में नौ हजार व यमुनोत्री में छह हजार यात्रियों की क्षमता तय की थी। इस प्रस्ताव का तीर्थपुरोहित महापंचायत शुरू से विरोध कर रही है। अब सरकार ने तय किया है कि सभी हितधारकों से बातचीत के बाद ही तीर्थयात्रियों की संख्या तय की जाएगी।

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