उत्तराखंड

पहाड़ी क्षेत्रों में घस्यारी महिलाओं को घास(चारा पत्ति)काटने की पूरी आजादी हेतु कानून बनाने की मांग

पहाड़ी क्षेत्रों में घस्यारी महिलाओं को घास(चारा पत्ति)काटने की पूरी आजादी हेतु कानून बनाने की मांग करते हुए हेलंग में घस्यारी महिलाओं के उत्पीड़न के प्रकरण पर आयुक्त गढ़वाल द्वारा प्रस्तावित मुख्यमंत्री को भेजे पत्र मे कहा गया है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने हेतु जांच में इस बिन्दु को भी शामिल किया जाए जिससे ग्रामीण महिलाओं को आज तक भी वन अधिकार कानून 2006 और मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना 2022 में निकटवर्ती क्षेत्रों से घरेलू जरूरतों की पूर्ति के लिए घास काटने का इनको कानूनी अधिकार नही मिला है। कहा गया है की उत्तराखंड की मातृशक्ति को अपने बच्चों को दूध उपलब्ध कराने हेतु निजी पशुओं को चारा पत्ती काटने लाने की आजादी दी जानी जरूरी है।तभी आजादी का अमृत महोत्सव सार्थक हो सकेगा।

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