उत्तराखंड

फर्जी भर्ती सेंटर चलाने वाले गिरोह का पांच हजार का इनामी सरगना गिरफ्तार, 3 माह से था फरार,

फर्जी भर्ती सेंटर चलाकर नियुक्ति पत्र जारी कर बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिए जाने के नाम पर धोखाधड़ी से मोटी रकम ठगने वाले फरार चल रहे गिरोह के सरगना को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह पिछले करीब तीन माह से फरार चल रहा था।

फर्जी भर्ती सेंटर चलाकर नियुक्ति पत्र जारी कर बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिए जाने के नाम पर धोखाधड़ी से मोटी रकम ठगने वाले फरार चल रहे गिरोह के सरगना को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह पिछले करीब तीन माह से फरार चल रहा था। उस पर पांच हजार का ईनाम घोषित किया गया था।

लक्सर कोतवाली क्षेत्र के टीकमपुर गांव में सक्रिय गैंग बेरोजगारों को विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की रकम ऐंठकर जनपद के नामी होटलों में फर्जी तरीके से इंटरव्यू लेकर उत्तराखंड लोक सेवा आयोग तथा अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के फर्जी नियुक्ति पत्र देकर गिरोह के लोग विभिन्न विभागों में दस प्रतिशत विभागीय कोटा बताकर बेरोजगारों से पांच से दस लाख रुपये लेकर फर्जीवाड़ा करते थे।

किसी को कोई शक न हो, इसलिए पहले नामी होटलों में बेरोजगारों को इंटरव्यू के नाम पर बुलाकर लाखों रुपयों की डिमांड की जाती थी। जब इनकी ओर से फर्जी नियुक्ति पत्र देने पर बेरोजगारों की ओर से संबंधित विभाग में जाकर जानकारी करने पर वहां ऐसी कोई जाब न होने की बात वापस इनसे कही जाती थी।

गिरोह के विरुद्ध जनपद के कई थानों में धोखाधड़ी की गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। बेरोजगारों की भावनाओं से खेलकर जनपद में चल रहे इस बड़े खेल का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने 28 दिसंबर 2022 को मामले में शामिल विजय नौटियाल उसकी बहन रेनू नौटियाल व नितिन निवासी टीकमपुर थाना कोतवाली लक्सर तथा सिद्धार्थ निवासी धारीवाला थाना पथरी को रंगे हाथ पकड़ा था, जबकि मुख्य आरोपित गिरोह का सरगना रेनू का भाई अजय नौटियाल मौके से फरार हो गया था।

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