बदरीनाथ दर्शनों को आए कर्नाटक के एक तीर्थ यात्री की हृदयाघात से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार पत्नी के साथ चित्रदुर्ग (कर्नाटक) निवासी शशिधर (59) गुरुवार को बदरीनाथ धाम पहुंचे थे। इसी दौरान अचानक तबीयत बिगड़ने पर शशिधर को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया।
कर्णप्रयाग पहुंचने से पूर्व ही शशिधर की मौत हो गई। इसके साथ ही बदरीनाथ में अब तक 73 तीर्थ यात्रियों की मौत हृदयाघात से हो चुकी है, जबकि हेमकुंड साहिब, श्रीनगर व ऋषिकेश समेत चारधाम में यह संख्या 254 पहुंच गई है। पहले से किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित होने और अचानक हार्टअटैक के कारण हुई है
चारधाम यात्रा में समाप्त होने में अभी एक सप्ताह से ज्यादा का समय शेष है। वहीं इस बार तीर्थयात्रियों ने रिकॉर्ड बनाया है। अब तक बदरीनाथ धाम में 15.14 लाख, केदारनाथ धाम में 14.25, गंगोत्री में 6.0 लाख, यमुनोत्री में 4.73 लाख से अधिक यात्री दर्शन कर चुके हैं।
अब तक चारों धाम में 42 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे हैं। कपाट बंद होने तक यह संख्या 45 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है। हेमकुंड साहिब में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
- अब ठंड बढ़ गई है ऐसे में इससे शरीर के भीतर रक्त संचार प्रणाली और श्वसन तंत्र पर प्रभाव पड़ता है। खुद को ठंड से बचाएं
- स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही यात्रा के लिए रवाना हों।
- पूर्व से बीमार यात्री चिकित्सक का परामर्श पर्चा, संपर्क नंबर व दवाएं साथ रखें।
- अति वृद्ध, बीमार व पूर्व में कोविड से ग्रसित व्यक्ति यात्रा पर न जाएं तो उचित होगा।
- तीर्थस्थल पर पहुंचने से पूर्व मार्ग में एक दिन का विश्राम करें।
- गर्म एवं ऊनी वस्त्र साथ में अवश्य रखें।