कारी शफीकुर्रहमान बोले-हिंदुस्तान में मुसलमान किराएदार नहीं, साझेदार है, जुल्म न हो
ईद उल फितर के मौके पर मेरठ में शाही ईदगाह पर हजारों लोगों ने देश में अमन ओ अमान दुआ मांगी। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद रही। वहीं ईदगाह भरने पर फोर्स ने रोका तो नोकझोंक भी हुई।
मेरठ में ईद उल फितर के अवसर पर शाही ईदगाह में हजारों लोगों ने ईद की नमाज पढ़ी इस दौरान सभी ने देश में अमन और भाईचारे के लिए दुआएं की।
कारी शफीकुर्रहमान ने कहा कि। हिंदुस्तान में मुसलमान किराएदार नहीं है, बल्कि साझेदारी है। हमारे देश में पिछले 10 वर्ष से ऐसा माहौल बना हुआ है, जिसे आपसी भाईचारा कटता चला जा रहा है, जबकि हमारा देश हिंदू मुस्लिम के भाईचारे के नाम से जाना जाता था। अब इस समय मुसलमान के साथ ज्यादती हो रही है। जो मुल्क में चल रहा है वह ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में हिंदू हमारा बड़ा भाई है। यानी मुसलमान छोटे भाई के रूप में है। हमें एक दूसरे के सम्मान में खड़े रहना चाहिए। उन्होंने तकरीर करते हुए मुसलमान को भी सुधारने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि ईमान का रिश्ता कयामत में भी साथ रहेगा। ईमान वाला एक दूसरे की सिफारिश बनेगा। उन्होंने कहा कि ईमान को मजबूती से पकड़ लो।
चुनाव में वोट करने की भी की गई अपील
उन्होंने शाही ईदगाह से सभी मुसलमान को एकजुट होकर किसी एक को लोकसभा चुनाव में अपना वोट करें, ताकि तमाम आवाम के हित में सोचने वाली देश में हुकूमत बने। फिलीस्तीन में मुसलमान के साथ अन्याय हो रहा है। जब के दूसरे देश अन्याय करने वाले देशों के साथ खड़े हैं और फिलीस्तीन के मुसलमान के साथ नहीं खड़े हैं। इसलिए मुसलमानों एक दूसरे की मदद के लिए खड़े हो जाइए। उन्होंने कहा कि जिस पैसे को आप मेहनत से कमा रहे हैं, उसको बिना वजह खर्च मत करिए। इस पैसे की जरूरत कभी भी पड़ सकती है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस तरह की अफवाहें फैला रहे हैं कि मुसलमान ने अपनी कौम को केवल मुसलमान दुकानदारों से ही सामान खरीदने के लिए कहा है, जबकि ऐसा नहीं है। ये कुछ लोग दुष्ट विचार कर रहे हैं। हिंदुस्तान का भाईचारा तोड़ने का भले ही प्रयास किया जा रहा हो लेकिन यह टूटने वाला नहीं है।
उन्होंने शब-ए-बारात के दिन छोड़ी जाने वाली आतिशबाजी और पतंगबाजी करने वालों को भी नसीहत दी। उन्होंने कहा कि इस्लाम इसकी इजाजत नहीं देता है। शहर काजी जेनुश साजिदीन ने ईद की नमाज अदा कराई। उन्होंने सभी को इंसानियत के दायरे में रहने की सलाह दी। देश में अमन-चैन की दुआ कराई।
पुलिस ने ईदगाह जाने से रोका तो ‘अल्लाह हू अकबर’ के लगे नारे
पुलिस प्रशासन ने ईद की नमाज के दौरान शहर में किसी भी स्थान पर नमाज न करने के निर्देश दिए हुए थे। इसके बावजूद दिल्ली रोड स्थित शाही ईदगाह पर नमाज पढ़ने वालों की भीड़ पहुंच गई।
ईदगाह परिसर हाउसफुल होने के बाद पुलिस ने दिल्ली रोड पर बेरी कटिंग करके भीड़ को रोकने का प्रयास किया। इस दौरान कुछ नमाजियों ने ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगाने शुरू कर दिए। हालांकि पुलिस के सामने उनकी एक नहीं चली और वह वापस किसी अन्य ईदगाह और मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए लौट गए।