केदार दौरे को लेकर कसरत तेज, देश के अंतिम गांव में मना सकते हैं दिवाली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बदरी-केदार के संभावित दौरे का आधिकारिक कार्यक्रम भले ही अभी न पहुंचा हो, लेकिन इसे लेकर हर स्तर पर कसरत तेज हो गई है।
इसी क्रम में चमोली जिले के प्रभारी मंत्री डा धन सिंह रावत मंगलवार को देहरादून से चमोली के लिए रवाना हो रहे हैं। माना जा रहा है कि वह बदरीनाथ धाम में प्रधानमंत्री के संभावित कार्यक्रम के मद्देनजर तैयारियों को परखेंगे।
- प्रधानमंत्री मोदी के दीपावली से पहले केदारनाथ व बदरीनाथ धाम आने की लंबे समय से चर्चा चल रही है।
- यद्यपि, इस बारे में आधिकारिक रूप से कोई कुछ भी कहने से बच रहा है, लेकिन भाजपा समेत उच्च स्तर से जो बातें छन-छनकर आ रही है, उनके मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी 21 अक्टूबर की सुबह जौलीग्रांट और फिर वहां से सीधे केदारनाथ जा सकते हैं।
- केदारनाथ में पूजा-अर्चना के पश्चात वह वहां चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण करेंगे।
- दोपहर बाद प्रधानमंत्री बदरीनाथ जा सकते हैं।
- बदरीनाथ में रात्रि विश्राम के बाद अगले दिन 22 अक्टूबर को वह धाम में दर्शन के उपरांत बदरीशपुरी के पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण करेंगे।
- फिर वह माणा जाकर ग्रामीणों से संवाद करने के साथ ही सभा को भी संबोधित कर सकते हैं।
- इस दौरान ग्रामीणों और सेना के जवानों साथ दिवाली भी मना सकते हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का बदरी-केदार की यात्रा पर आना राज्य के लिए गौरव की बात है। यदि वह आते हैं तो हमारी ओर से सभी तैयारियां लगभग पूरी हैं। उधर, प्रोटोकाल मंत्री सौरभ बहुगुणा ने बताया कि प्रधानमंत्री के संभावित दौरे का आधिकारिक कार्यक्रम अभी उपलब्ध नहीं हुआ है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर उनके उत्तराखंड के प्रस्तावित दौरे को लेकर तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने केदारनाथ के लिए बड़ा काम नहीं किया है। मोदी को संबोधित करते हुए माहरा बोले, ‘हे मुनिवर, उत्तराखंड आएं तो कुछ प्रसाद देकर अवश्य जाएं।’
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सोमवार को मीडिया से बातचीत में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष माहरा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी उत्तराखंड से जुड़ाव की बात बार-बार दोहराते हैं। मां गंगा और बाबा केदारनाथ का जिक्र करते हैं, लेकिन उन्होंने केदारनाथ धाम के विकास के लिए बड़ा काम करते नहीं दिखे हैं।
कांग्रेस की हरीश रावत सरकार ने जितना काम किया था, अभी तक स्थिति यथावत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को वह झूठ बोलने, प्रचार करने और देश की आर्थिक स्थिति को तबाह करने वाले के रूप में ही जानते हैं।
माहरा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की विधायकों को 10-10 योजनाएं देने की घोषणा पर भी संशय व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की पिछली सरकार में वर्ष 2017 से लेकर वर्ष 2022 तक कांग्रेस के विधायकों की उपेक्षा हुई। सरकार ने अपने वायदे नहीं निभाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी यदि विपक्ष के विधायकों से भी वायदा निभाते हैं तो यह अच्छा होगा।