कैंसर के इन लक्षणों को अक्सर कर दिया जाता है इग्नोर, कहीं आपको भी तो नहीं हैं ये समस्याएं?
कैंसर, वैश्विक स्तर पर मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। हर साल तमाम प्रकार के कैंसर के कारण लाखों लोगों की मौत हो जाती है। अध्ययनों में अलर्ट किया जाता रहा है कि जिस तरह से हम सबकी लाइफस्टाइल गड़बड़ होती जा रही है, आने वाले वर्षों में ये रोग और भी बड़ा रूप ले सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कैंसर के इतने घातक रूप लेने का प्रमुख कारण इस रोग का समय पर निदान न हो पाना है। ज्यादातर लोगों में कैंसर का पता ही तब चल पाता है जब ये आखिरी के चरणों में पहुंच जाता है, जहां से रोग का इलाज करना काफी कठिन हो जाता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, कैंसर के खतरे को कम करने के लिए सबसे जरूरी है कि इसकी समय पर स्क्रीनिंग हो सके। इसके अलावा सभी लोगों को कैंसर के लक्षणों के बारे में जानना और उनपर ध्यान देना जरूरी हो जाता है। रिपोर्ट्स से पता चलता है कि कैंसर के कई लक्षणों को अक्सर इन्गोन कर दिया जाता है, जबकि अगर समय रहते इसपर ध्यान दे दिया जाए तो इस गंभीर रोग का जोखिम कम हो सकता है।
कैंसर के संकेतों की करें पहचान
कैंसर रोग विशेषज्ञ कहते हैं, इस रोग के शुरुआती लक्षण बहुत सामान्य हो सकते हैं, शरीर में होने वाले कुछ असामान्य बदलाव भी कैंसर का संकेतक हो सकते हैं। कैंसर के कई लक्षण, अन्य सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं से मिलते-जुलते हो सकते हैं, जिनपर अक्सर लोग ध्यान नहीं देते हैं। पर अगर कोई भी समस्या एक हफ्ते या उससे अधिक समय तक बनी रहती है तो इसपर विशेषज्ञ की सलाह जरूर ली जानी चाहिए।
तेजी से वजन घटने की समस्या
अस्पष्टीकृत वजन घटना शरीर में कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का संकेतक हो सकता है। जब आपका वजन बिना किसी कारण के कम हो रहा हो तो इस बारे में डॉक्टर की सलाह लें। हृदय रोग, डायबिटीज और कुछ मामलों में ये समस्या कैंसर के कारण भी हो सकती है। वजन घटने के साथ अक्सर थकान बने रहना और भी चिंताजनक संकेत हो सकता है। अत्यधिक थकान जो आराम करने पर भी ठीक नहीं होती, इसे शरीर में कुछ प्रकार के कैंसर का प्रारंभिक संकेत माना जा सकता है।
कैंसर बढ़ने के कारण आपका शरीर पोषक तत्वों का उपयोग ठीक तरह से नहीं कर पाता है, इसके कारण थकान की समस्या हो सकती है।
त्वचा में परिवर्तन पर दें ध्यान
हमारी त्वचा, शरीर में होने वाली समस्याओं का एक संकेतक हो सकती है। त्वचा में रंग में अगर कुछ समय से असामान्य प्रकार का बदलाव दिख रहा है तो ये अलार्मिंग हो सकता है। यदि त्वचा में पीलिया (आंखों या उंगलियों का पीला पड़ना) जैसे लक्षण दिख रहे हैं जो पीलिया के उपचार से भी नहीं ठीक हो रहे हैं तो ये संभावित संक्रमण या कैंसर का संकेत भी हो सकता है।
इसके अलावा त्वचा पर मस्से या असामान्य उभार भी समस्याकारक है। मस्सों के रंग बदल कर गहरा हो जाता है, तो इसकी जांच जरूरी है।
शौच की आदतों में बदलाव
शारीरिक कार्यों में महत्वपूर्ण परिवर्तन जैसे शौच की आदतों में बदलाव कोलन, प्रोस्टेट या मूत्राशय कैंसर का संकेत हो सकता है। इसके चेतावनी के संकेतों में लगातार कब्ज या दस्त की समस्या बने रहना, मल में काला या लाल रक्त आना, बार-बार पेशाब आना या आपके मूत्र में रक्त आना भी कैंसर जैसी समस्याओं की तरफ संकेत हो सकता है। अगर अक्सर पेट फूला हुआ महसूस करते हैं, तो ये विभिन्न गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर का संकेत हो सकता है।
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