घने कोहरे के साथ प्रदूषण ने बढ़ाई लोगों की टेंशन, दिल्ली में 408 पर पहुंचा AQI
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण और घना कोहरा लोगों की मुसीबतें बढ़ा रहा है। लोग जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। वहीं चालकों के लिए सड़क पर गाड़ी चलाना मुश्किल हो गया है। गुरुवार सुबह दिल्ली और इसके आसपास के इलाके में घना कोहरा छाया रहा। दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) जहां गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। वहीं नोएडा की हवा भी जहरीली हो गई है। यहां एक्यूआई खराब श्रेणी में दर्ज किया गया।
दिल्ली में सुबह 8 बजे एक्यूआई (364) बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया। इससे पहले सुबह सात बजे एक्यूआई (408) गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। हवा की धीमी गति के साथ प्रतिकूल मौसम संबंधी स्थितियां और खेत में पराली जलाने की घटनाओं में हुई बढ़ोतरी एयर क्वालिटी में गिरावट के लिए जिम्मेदार हैं। 401 से 500 के बीच एक्यूआई को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है।
सफर द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली से सटे नोएडा में एक्यूआई 393 ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। गुरुग्राम का एक्यूआई 318 के साथ ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। वहीं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली में गुरुवार को शहादरा में एक्यूआई 843 दर्ज किया गया। उत्तरी दिल्ली की वायु गुणवत्ता सबसे खराब दर्ज की गई क्योंकि यहां लगभग सभी इलाकों में एक्यूआई 400 से ऊपर है।
मध्य दिल्ली में मंदिर मार्ग जैसे कुछ इलाकों को छोड़कर दिल्ली के अधिकांश क्षेत्रों में एक्यूआई 300 से ऊपर है। सफर के आंकड़ों के अनुसार, मॉडल टाउन के धीरपुर में एक्यूआई 457 है। हवा के इस स्तर पर स्वस्थ लोग भी बीमार पड़ सकते हैं। आईजीआई एयरपोर्ट (टी3) के पास आज भी एक्यूआई 346 ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है। हवा की बिगड़ती हालत के चलते अगले आदेश तक सभी निर्माण कार्य और विध्वंस गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने दिल्ली सरकार से हवा की गुणवत्ता में सुधार होने तक स्कूलों को बंद करने का आग्रह किया है। एनसीपीसीआर अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने दिल्ली के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर वायु गुणवत्ता बेहतर होने तक स्कूल बंद करने की मांग की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘दिल्ली में प्रदूषण के खतरनाक स्तर के कारण स्कूली बच्चों की सुरक्षा चिंता का विषय है, अभी तक दिल्ली की राज्य सरकार ने इसपर कोई निर्णय नहीं लिया है। बच्चे स्कूल आने जाने में, खेल के मैदानों में जहरीली हवा के प्रकोप में हैं। ये लापरवाही गलत है, इसपर एनसीपीसीआर नोटिस जारी कर रहा है।’