दून अस्पताल में हर वार्ड में बनेंगे आयुष्मान कार्ड
राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अब हर वार्ड में आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे। अस्पताल प्रशासन ने मरीजों की समस्या को दूर करने के लिए यह निर्णय लिया है। इसके लिए अतिरिक्त 22 आयुष्मान मित्रों की भी तैनाती की जा रही है।
दून अस्पताल मेें रोजाना ऐसे मरीज भर्ती होते हैं, जिनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं होता है। ऐसे में उन्हें सरकार की ओर से निशुल्क दी जाने वाली चिकित्सा सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाता है। अन्य अस्पतालों की तरह दून मेडिकल अस्पताल में भी आयुष्मान कार्ड मौके पर ही बनाने की व्यवस्था है। वर्तमान में अस्पताल में आठ आयुष्मान मित्र की तैनाती है। जो अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या की तुलना में बहुत कम है। आपात स्थिति में आने वाले मरीजों को इससे सबसे ज्यादा दिक्कत होती है। वहीं, अन्य सामान्य हालात में आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को भी आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए भटकना पड़ता है।
इसी समस्या को देखते हुए अस्पताल में हर वार्ड में आयुष्मान कार्ड बनाने का फैसला लिया गया है। इसके लिए अब 10 मरीजों पर एक आयुष्मान मित्र की व्यवस्था की जा रही है। दून अस्पताल में रोजाना औसतन 300 मरीज भर्ती रहते हैं। इसलिए अस्पताल में अब एजेंसी से 22 और आयुष्मान मित्र रखे जा रहे हैं। एक आयुष्मान मित्र को एक मरीज का आयुष्मान कार्ड बनाने से लेकर अन्य जरूरी कार्रवाई के 350 रुपये मिलते हैं। यह मानदेय आयुष्मान मित्र को मरीज के अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद दिया जाता है।
राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया कि मरीजों के हित में लगातार सुविधाओं को विस्तार दिया जा रहा है। इसी क्रम में हर वार्ड में आयुष्मान कार्ड बनाने का फैसला लिया गया है। आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए अस्पताल में प्रचार सामग्री भी लगाई जा रही है।
यह है व्यवस्था
- अस्पताल में रोजाना औसतन भर्ती रहने वाले मरीज- 300
- आयुष्मान कार्ड धारक परिवार के भर्ती मरीज को मिलती है पांच लाख तक की निशुल्क चिकित्सा सुविधा
- अस्पताल में हैं अभी आठ आयुष्मान मित्र
- अस्पताल में वार्डों की संख्या है 20
- नई तैनाती के बाद अस्पताल में अब हो जाएंगे कुल 30 आयुष्मान मित्र