पंचक खत्म होते ही नीलकंठ महादेव मंदिर में उमड़े श्रद्धालु, चार लाख से अधिक ने किया जलाभिषेक
श्रावण मास की कांवड़ यात्रा में बुधवार को पंचक का साया खत्म हो गया है। पंचक समाप्त होने के बाद प्राचीन श्री नीलकंठ महादेव में श्रद्धालु उमड़ पड़े। बुधवार को देर रात तक चार लाख से अधिक कांवड़ यात्री नीलकंठ महादेव मंदिर में जलाभिषेक कर चुके थे।
इस बार शुरुआत में ही था पंचक का साया
14 जुलाई से आरंभ हुई कांवड़ यात्रा में इस बार शुरुआत में ही पंचक का साया पड़ गया था, जिससे कांवड़ यात्रा शुरुआत में कुछ धीमी रही। मगर, श्रावण के पहले सोमवार को कांवड़ यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि हुई। इसके बाद से लगातार नीलकंठ मंदिर पहुंचने वाले कांवड़ यात्रियों की संख्या में वृद्धि जारी है।
कांवड़ यात्रियों का लगा रहा तांता
बुधवार को भी तीर्थनगरी क्षेत्र कांवड़ यात्रियों से खचाखच भरा रहा। नीलकंठ पैदल मार्ग पर धाम से आने व जाने वाले श्रद्धालुओं की अटूट भीड़ लगी रही। जबकि नीलकंठ मंदिर परिक्षेत्र में जलाभिषेक के लिए लिए कांवड़ यात्रियों का तांता लगा रहा।
जलाभिषेक के लिए लगी लंबी कतार
कांवड़ यात्रियों की भीड़ बढ़ने के बाद नीलकंठ में दिन रात जलाभिषेक का क्रम जारी है। सिर्फ विशेष पूजा तथा भोग के लिए ही मंदिर को कुछ समय के लिए बंद किया जा रहा है।
वर्षा के कारण बढ़ी फिसलन
दिन में कई बार हुई मूसलाधार वर्षा के बावजूद भी कांवड़ यात्री जलाभिषेक के लिए लाइन में खड़े रहे। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को भी खूब पसीना बहाना पड़ा। पैदल मार्ग पर वर्षा के कारण फिसलन भी बढ़ी
12 लाख से ज्यादा कर चुके जलाभिषेक
देर रात तक जलाभिषेक करने वाले दैनिक श्रद्धालुओं की संख्या चार लाख के पार पहुंच गई थी। नीलकंठ में श्रावण मास में अब तक कुल 12 लाख 89 हजार 666 यात्री जलाभिषेक कर चुके हैं।