पूर्वी लद्दाख में चार हफ्ते से भड़काने वाली गतिविधियों को अंजाम दे रहा ड्रैगन; हाई अलर्ट पर भारतीय वायुसेना
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन लगातार भड़काने वाली गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। ताजा प्रयास में चीन के लड़ाकू विमान एलएसी के करीब उड़ान भर रहे हैं। ऐसा कर पड़ोसी देश लद्दाख में भारतीय वायुसेना को उकसाने, उसकी ताकत परखने और भारतीय सुरक्षा व्यवस्था देखने की कोशिश कर रहा है। बीते करीब चार हफ्ते से कुछ-कुछ दिनों के अंतर से चीन की यह हरकत जारी है
हाई अलर्ट पर वायुसेना
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी स्पष्ट किया है कि एलएसी के ज्यादा करीब आने पर भारतीय वायुसेना राष्ट्र सुरक्षा में आवश्यक कदम उठाएगी। इसके लिए हम हाई अलर्ट पर हैं। समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय वायुसेना और थलसेना चीन की इस हरकत पर सजगता से नजर रखे हुए हैं और उसके उद्देश्यों को पूरा न होने के लिए हर संभव उपाय कर रही हैं।
भारतीय वायुसेना भी तैयार
हालांकि चीनी सेना के विमान भरोसा बढ़ाने वाले उपायों के तहत ज्यादातर समय एलएसी से दस किलोमीटर की दूरी बनाए रखते हैं लेकिन मौके पर मौजूद सैन्य अधिकारी उनकी उड़ान के उद्देश्यों को समझ रहे हैं। चीन को जवाब देने के लिए एलएसी के करीब भारतीय वायुसेना भी तैयार है।
भारत की तैयारियों को देख दहशत में चीन
विशेषज्ञ यह भी मान रहे हैं कि मई 2020 में पूर्वी लद्दाख में हुई चीनी घुसपैठ के बाद भारतीय वायुसेना के आधारभूत ढांचे के तेजी से विकास से चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी आशंकित है। इसीलिए चीनी वायुसेना के विमान भारतीय क्षेत्र की गतिविधियों की टोह लेने के लिए एलएसी के नजदीक उड़ रहे हैं।
टोह लेने कोशिश कर रहा चीन
फिलहाल भारतीय वायुसेना कम ऊंचाई पर उड़ने वाले चीनी विमानों को भारतीय क्षेत्रों में सैन्य तैनाती और तैयारियों की टोह लेने कोशिश के तौर पर देख रही है। सूत्रों ने कहा कि भारतीय वायुसेना इन कार्रवाइयों का एक कैलिब्रेटेड तरीके से जवाब दे रही है।