फर्जी डिग्री मामले में चिकित्सा परिषद कर्मचारियों से घंटों
दून में आयुर्वेद डॉक्टर (बीएएमएस) की फर्जी डिग्री बनवाने वाले झोलाछापों की गिरफ्तारी के बाद प्रकरण में भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड के कर्मचारियों से पुलिस ने घंटों पूछताछ की। परिषद के कार्यालय से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी पुलिस ने कब्जे में लिए हैं। जल्द ही परिषद के कुछ कार्मिकों की गिरफ्तारी भी हो सकती है।
विदित है कि बीते 11 जनवरी को स्पेशल टास्क फोर्स ने आयुर्वेद डॉक्टर की फर्जी डिग्री तैयार करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया था। इसी दौरान एसटीएफ ने दो झोलाछापों को भी गिरफ्तार किया था। इसके बाद प्रकरण की अग्रिम जांच जनपद पुलिस के पास आई और कुछ अन्य झोलाछाप भी गिरफ्तार किए गए। फर्जी डिग्रीधारकों के भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड में पंजीकृत होने की भी जांच की गई।
बृहस्पतिवार को पुलिस टीम अजबपुर स्थित परिषद के कार्यालय पहुंची और कार्मिकों को देर रात तक पूछताछ के लिए बैठाया गया। पुलिस ने कार्मिकों के मोबाइल फोन कब्जे में लेकर कड़ी पूछताछ की। साथ ही कंप्यूटर रिकार्ड और फाइरलें खंगाली। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने कार्यालय से बड़ी संख्या में दस्तावेज कब्जे में लिए हैं।
इस दौरान पुलिस को कुछ कार्मिकों के फर्जीवाड़े में शामिल होने के सबूत भी मिले हैं। इसके आधार पर जल्द ही उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। यह भी आशंका है कि उत्तराखंड में बड़ी संख्या में फर्जी डिग्री धारी चिकित्सक बने बैठे हैं और परिषद में मिलीभगत से पंजीकरण कराया है।