भारतीय गुटनिरपेक्ष विदेश नीति के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा नाटो प्लस में शामिल ना होने के निर्णय,
-भारतीय गुटनिरपेक्ष विदेश नीति के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा नाटो प्लस में शामिल ना होने के निर्णय का स्वागत करते हुए संयुक्तनागरिकसंगठन की ओर से प्रधानमंत्री मोदी तथा विदेशमंत्री एस जयशंकर को भेजे गये पत्र मे कहा गया है कि भारत- रूसी गणराज्य की अटूट मित्रता के प्रगाढ़ संबंधों में दरार डालने की अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी देशों की कोशिशें सरकार की निष्पक्ष विचारधारा से असफल हुई हैं। गुटनिरपेक्ष देशो मे,रूस-यूक्रेन युद्ध में, देश के निष्पक्ष रूख की सराहना देशभर मे हुई है और आज निर्भीक भारत आत्मसम्मान के साथ अपनी विचारधारा को प्रभावित करने वाली पश्चिमी देशों की साजिशों से अप्रभावित है।उल्लेख करते हुए कहा गया है कि विश्व शांति की पक्षधर भारत सरकार रूस- युक्रेन युद्ध को रोकने के लिए प्रयासरत है परंतु हथियारों के सौदागर लाखों लोगों की मौत पर खुश है और अपनी कुंठित मानसिकता के कारण युद्ध की आग मै बारूद डालकर शांति की झूठी आस लिए बैठे है।विश्व को परमाणु युद्ध की ओर ढकेला जा रहा है।पत्र मे विश्वास व्यक्त किया गया है कि विकट परिस्थितियों मे एकमात्र हमारा देश ही विश्व शांति, निरस्त्रीकरण, सहयोग के लिए अपनी आवाज बुलंद कर सकता है।प्रधानमंत्री की भावी संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा में विश्व शांति के हित मे रूस- यूक्रेन युद्ध को तत्काल खत्म कराने हेतु राष्ट्रपति जो बाईडेन को सहमत कराने का प्रयास करने का भी अनुरोध व्यक्त किया गया है।
प्रेषक:-सुशील त्यागी,महासचिव,संयुक्तनागरिकसंगठन देहरादून।