भारतीय धर्म और संस्कृति पर कुठाराघात करती पाश्चात्य संस्कृति की ‘लिव इन रिलेशन’ की नयी परम्परा पर नियंत्रण
भारतीय धर्म और संस्कृति पर कुठाराघात करती पाश्चात्य संस्कृति की ‘लिव इन रिलेशन’ की नयी परम्परा पर नियंत्रण हेतु, कठोर कानून बनाने के मांग करते हुए संयुक्तनागरिकसंगठन की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को ज्ञापन भेजा गया है।इसमे कहा गया है की सर्वोच्च न्यायालय ने देश में ‘लिव इन रिलेशन’ नई परंपरा को सामाजिक रूप से अस्वीकार्य और अनैतिक बताया है। संगठन के सचिव सुशील त्यागी ने पत्र मे स्पष्ट किया है की वैवाहिक संबंधों की स्थापना से पूर्व, युगल का एक कमरे में साथ साथ रहना तथा शारीरिक संबंधों की स्वीकृति केवल यौनाचार,बलात्कार, हत्याओं हिंसा को बढ़ावा दे रही है तथा इससे समाज का अनैतिकता, चारित्रिक,शारीरिक मानसिक पतन हो रहा है तथा ये सम्बन्ध केवल शारीरिक सुख का साधन बन गये हें इनको किसी भी रूप में भारतीय सभ्य समाज में मान्यता देना भावी पीढ़ी के पतन के लिए जिम्मेदार माना जाएगा। इसलिए इस परमपरा पर कठोर नियंत्रण हेतु इनको आपराधिक कृत्य घोषित किया जाए तथा एक कठोर कानून बनाया जाए। प्रेषक सुशील त्यागी सचिव संयुक्तनागरिकसंगठन देहरादून।