सावधान! दून में फैला साइबर ठगों का जाल,
दून में साइबर ठगों का मकड़जाल फैलता जा रहा है। शातिर नए-नए तरीकों से आमजन से ठगी कर रहे हैं।
कोई खुद को सेना का जवान तो कोई बैंक अधिकारी बताकर आमजन के बैंक खातों पर सेंध लगाकर मोटी रकम निकाल रहे हैं। पुलिस के पास हर रोज साइबर ठगी के तीन से चार मामले पहुंच रहे हैं।
खुद को सेना का जवान बताकर साइबर ठग ने मकान खरीदने का झांसा देकर एक व्यक्ति से 50 हजार रुपये की ठगी कर दी। नेहरू कालोनी निवासी दीपांकर दुग्गल ने बताया कि उनका एक मकान श्यामपुर प्रेमनगर में है। जिसे बेचने के लिए उन्होंने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पोस्ट डाली थी।
दो दिन पूर्व उन्हें फोन आया। व्यक्ति ने अपना नाम दीपक पंवार बताया और खुद को सेना का जवान बताते हुए लद्दाख में तैनात होने की बात कही।
आरोपित ने कहा कि उसका स्थानांतरण दून हो रहा है और वह यहां मकान लेना चाहता है। आरोपित ने कहा कि उसने आनलाइन माध्यम से उनके मकान की फोटो देखी और वह इसे खरीदना चाहता है।
वह कुछ अग्रिम धनराशि उनके खाते में भेजना चाहता है। इस दौरान शातिर ने उनके फोन नंबर पर एक लिंक भेजा। जिस पर क्लिक करने के बाद उनके खाते से करीब 50 हजार रुपये कट गए। वहीं, शिकायत मिलने पर नेहरू कालोनी थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
खुद को बैंक अधिकारी बताकर साइबर ठग ने एक व्यक्ति से तीन लाख 56 हजार रुपये की ठगी कर दी। वसंत विहार थानाध्यक्ष होशियार सिंह ने बताया कि हरि सिंह अधिकारी निवासी व्योमप्रस्थ जीएमएस रोड ने बताया कि 31 अक्टूर को वह किसी को आनलाइन माध्यम से 1660 रुपये भेज रहे थे, लेकिन रकम नहीं पहुंची जबकि खाते से रकम निकासी का संदेश मिल गया था।
इस पर उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर बैंक का कस्टमर केयर नंबर ढूंढा। एक नंबर उन्हें दिखाई दिया, जिस पर काल करने पर ठग ने खुद को बैंक अधिकारी बताकर उनसे फोन पर एनी डेस्क एप डाउनलोड करवाई और फोन का एक्सेस लेकर बैंक खाते से 3.56 लाख रुपये निकाल दिए।
साइबर ठगों ने झांसा देकर महिला के बैंक खाते से 80 हजार रुपये निकाल लिए। वसंत विहार थानाध्यक्ष होशियार सिंह ने बताया कि विजय पार्क निवासी प्रिया कालरा ने शिकायत दर्ज कराई है।
बताया कि बीते एक नवंबर को साइबर ठगों ने उन्हें फोन किया और झांसे में लेकर बैंक खाते की गोपनीय जानकारी व ओटीपी प्राप्त कर लिया। जिसके बाद उनके खाते से 80 हजार रुपये निकाल दिए।