2050 तक 97 लाख लोगों की जा सकती है जान,
पिछले एक दशक में वैश्विक स्तर पर जिन रोगों के कारण मृत्यु के सबसे ज्यादा मामले रिपोर्ट किए गए हैं, उनमें हार्ट अटैक और स्ट्रोक की समस्या प्रमुख रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में स्ट्रोक के कारण दुनियाभर में 66 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, स्ट्रोक का खतरा युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक किसी को भी हो सकता है, इससे बचाव के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। हालिया अध्ययन की रिपोर्ट में कहा गया है, समय के साथ स्ट्रोक के जोखिम बढ़ते जा रहे है, इससे मौत के आंकड़ों के बढ़ने की भी आशंका है।
एक हालिया रिपोर्ट में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा, आगे दो-ढाई दशक में स्ट्रोक के बड़े जोखिम के तौर पर उभरने की आशंका है, इसको लेकर अलर्ट रहना बहुत जरूरी है। विश्व स्ट्रोक संगठन और लैंसेट न्यूरोलॉजी कमीशन ने अध्ययन में कहा, 2050 तक निम्न और मध्यम आय वाले देशों (एलएमआईसी) में स्ट्रोक से होने वाली मौतों के आंकड़े 86 प्रतिशत से बढ़कर 91 प्रतिशत हो सकती हैं।
बढ़ सकते हैं मौत के मामले
स्ट्रोक के जोखिमों और आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि साल 2020 में स्ट्रोक से मरने वालों की संख्या 66 लाख लोग थी जिसके 2050 तक 97 लाख तक पहुंचने की आशंका है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी स्ट्रोक का प्रमुख जोखिम हो सकती है, इसपर कम उम्र से ही विशेष ध्यान दिए जाते रहने की जरूरत है।
स्ट्रोक तब होता है जब मस्तिष्क के हिस्से में रक्त की आपूर्ति बाधित या कम हो जाती है। मस्तिष्क के ऊतकों को रक्त और ऑक्सीजन न मिल पाने की स्थिति में चलने, बोलने और समझने में परेशानी से लेकर लकवा, हाथ-पैर के सुन्न होने और गंभीर स्थितियों में जान जाने का भी जोखिम रहता है।
इन लोगों में स्ट्रोक का खतरा अधिक
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, कुछ स्थितियां स्ट्रोक के लिए आपके जोखिमों को बढ़ाने वाली हो सकती हैं। शोधकर्ताओं ने पाया शराब या धूम्रपान का सेवन करने वालों में स्ट्रोक होने का जोखिम हो सकता है। इसके अलावा अनियंत्रित ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की समस्या भी आपमें स्ट्रोक के खतरे को बढ़ाने वाली हो सकती है। ये सभी स्थितियां रक्त वाहिकाओं को क्षति पहुंचाती हैं जिससे आपमें स्ट्रोक का जोखिम अधिक हो सकता है।
स्ट्रोक को पहचानने के लिए क्या है BE FAST तरीका?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, BE FAST ऐसा तरीका है जिससे समय रहते स्ट्रोक का पता लगाया जा सकता है।
- B (Be watchful) अचानक संतुलन बिगड़ने से सावधान रहें।
- E (Eyes Problem) एक या दोनों आंखों में अचानक दृष्टि हानि होने या दोहरी दृष्टि का अनुभव।
- F (Face) व्यक्ति को मुस्कुराने के लिए कहें, चेहरे के एक या दोनों तरफ मांसपेशियों की कमजोरी या लकवा की जांच करें।
- A (Arms) स्ट्रोक से पीड़ित व्यक्ति की अक्सर एक तरफ की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। उन्हें अपने हाथों को ऊपर उठाने के लिए कहें। यदि उनमें कमजोरी है, हाथ अचानक ढीला होकर नीचे की ओर गिर जाता है तो सावधान हो जाइए।
- S (Speak). स्ट्रोक के कारण अक्सर व्यक्ति बोलने की क्षमता खो देता है। उन्हें बोलने में दिक्कत या आवाज फंसने की समस्या हो सकती है।
- T (Time) इस तरह की समस्याएं हो रही हैं तो ये समय है कि आप तुंरत डॉक्टर के पास जाएं और मदद लें।