संदेशखाली जाने से रोका तो धरने पर बैठ गए अधीर रंजन, रामपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प
रामपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हो गई। हालांकि, इस दौरान कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को पुलिस ने संदेशखाली जाने से रोका तो वह सड़क पर ही धरने पर बैठ गए।
पश्चिम बंगाल में संदेशखाली हिंसा को लेकर भाजपा और टीएमसी आमने-सामने है। इसमें अब कांग्रेस भी शामिल हो चुकी है। राज्य में कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद अधीर रंजन चौधरी आज संदेशखाली पहुंचे। वहीं रामपुर में पुलिस और कांग्रेस प्रतिनिधियों के बीच झड़प हो गई। हालांकि, इस दौरान अधीर रंजन चौधरी को पुलिस ने संदेशखाली क्षेत्र जाने से रोका तो वह सड़क पर ही धरने में बैठ गए।
वहीं, भाजपा के छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को बंगाल पुलिस ने रास्ते में ही रोक दिया था। जिसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी बहस हो गई। पुलिस द्वारा संदेशखाली जाने से रोके जाने के बाद भाजपा प्रतिनिधिमंडल के सदस्य सड़क पर ही धरने पर बैठ गए थे। बाद में प्रतिनिधिमंडल के सदस्य राज्यपाल से मिलने पहुंचे।
क्या है विवाद
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में स्थित गांव संदेशखाली इन दिनों भारी विरोध प्रदर्शन का गवाह बन रहा है। दरअसल गांव की महिलाओं ने बीते दिनों आरोप लगाए थे कि टीएमसी नेता शाहजहां शेख और अन्य टीएमसी नेताओं ने उनकी जमीनों पर कब्जा कर लिया और कुछ महिलाओं ने टीएमसी नेताओं पर यौन शोषण के भी आरोप लगाए थे। इसे लेकर संदेशखाली में महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ता भी संदेशखाली में प्रदर्शन कर रहे हैं। शाहजहां शेख राशन घोटाले में आरोपी है और बीते दिनों ईडी टीम पर हुए हमले में भी शाहजहां शेख आरोपी है। वहीं बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भाजपा पर इस मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।