भस्म आरती…महारुद्राभिषेक…आधी रात से महादेव के दर्शन को उमड़ी भक्तों की भीड़,
महाशिवरात्रि को लेकर देवभूमि में भोलेनाथ के भक्तों में भारी उत्साह है। सुबह से ही शिव मंदिरों में भक्त जलाभिषेक के लिए लाइन में लगे हैं। कुछ प्रसिद्ध शिव मंदिरों में तो भव्य तैयारियां की गई है। महाशिवरात्रि को लेकर देहरादून के ऐतिहासिक टपकेश्वर महादेव मंदिर में भव्य मेले का आयोजन किया गया है। शहर के मंदिरों में भी महाशिवरात्रि को खूब सजाया गया है।
महाशिवरात्रि पर्व पर आधी रात से ही भगवान टपकेश्वर महादेव भक्तों को दर्शन देने शुरू कर दिए थे। यहां भगवान टपकेश्वर का भव्य रूप से शृंगार किया गया। इसके बाद रात 12 बजे ही भक्त टपकेश्वर महादेव के दर्शन करने लगे थे। मंदिर के महंत कृष्णा गिरी महाराज ने बताया कि मंदिर में महाशिवरात्रि पर 5100 लीटर केसर युक्त दूध भक्तों को वितरित किया जाएगा।
महाशिवरात्रि पर्व पर टपकेश्वर मंदिर में आस्था का सैलाब उमड़ता है। मंदिर के मुख्य द्वार से लेकर अंदर तक बैरिकेट लगा दिए गए है। इसके साथ ही पुलिस और मंदिर के सेवादार तैनात है।
51 लीटर दूध से होगा महारुद्राभिषेक
महाशिवरात्रि पर पलटन बाजार के जंगम शिवालय मंदिर में संत महात्माओं और ब्राह्मण भगवान श्री जंगमेश्वर महादेव का 51 लीटर दूध से महारुद्राभिषेक किया जाएगा। इसके बाद 3100 लीटर केसर युक्त दूध का भोग लगाकर भक्तों को प्रसाद के रूप में वितरित किया जाएगा। टपकेश्वर मंदिर के साथ ही शहरभर के मंदिरों में सर्वार्थ सिद्धि योग में भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाएगा। इसके साथ ही मेले का शुभारंभ होगा।
आचार्य सुशांत राज ने बताया कि इस बार महाशिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग, चतुर्ग्रही योग और शिव योग बन रहा है। इसके साथ ही शुक्र प्रदोष व्रत बन रहा है। इस दिन तीनों योगों का निर्माण होना अद्धभुत संयोग है। आचार्य विजेंद्र प्रसाद ममगाई ने बताया कि महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की चार पहर की आरती करने का महत्व है। महाशिवरात्रि पर दून के मंदिरों में आस्था का जनसैलाब उमड़ेगा। मंदिरों में भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाएगा।