एबीवीपी का अधिवेशन: होगा शिक्षा और रोजगार पर मंथन; इसरो के पूर्व अध्यक्ष एस सोमनाथ करेंगे उद्घाटन

साथ ही अधिवेशन से पहले भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्म जयंती पर झारखंड के उलिहातु से भगवान बिरसा संदेश यात्रा व रानी अब्बक्का की 500वीं जयंती के अवसर पर कर्नाटक स्थित उनकी जन्मस्थली से कलश यात्रा अधिवेशन में पहुंचेगी।पहली बार देवभूमि में आयोजित होने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के 71वें राष्ट्रीय अधिवेशन में शिक्षा, रोजगार, समाज, पर्यावरण, सेवा, खेल, तकनीकी समेत विभिन्न मुद्दों पर मंथन कर महत्वपूर्ण प्रस्तावों को पारित किया जाएगा।परेड ग्राउंड में बसाए गए भगवान बिरसा मुंडा नगर में 28 से 30 नवंबर तक आयोजित होने वाले अधिवेशन का उद्घाटन इसरो के पूर्व अध्यक्ष एस सोमनाथ बतौर मुख्य अतिथि करेंगे। इस संबंध में मंगलवार को परेड ग्राउंड में पत्रकारों से बात करते हुए एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया, अधिवेशन में देशभर से 1500 से अधिक प्रतिनिधि, जिनमें विद्यार्थी, शिक्षक, शिक्षाविद, पूर्णकालिक कार्यकर्ता के साथ भारत के प्रमुख विश्वविद्यालयों के छात्रसंघ पदाधिकारी भी सम्मिलित होंगे।इस मौके पर विभिन्न कार्यक्रमों, सत्रों और प्रदर्शनी को स्थान दिया गया है। अधिवेशन के मुख्य सभागार का नाम उत्तराखंड के गौरव भारत के वीर सपूत भारतीय सेना के प्रथम सीडीएस जनरल विपिन रावत के नाम पर रखा गया है। साथ ही अधिवेशन से पहले भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्म जयंती पर झारखंड के उलिहातु से भगवान बिरसा संदेश यात्रा व रानी अब्बक्का की 500वीं जयंती के अवसर पर कर्नाटक स्थित उनकी जन्मस्थली से कलश यात्रा अधिवेशन में पहुंचेगी। इसके अलावा गुरु तेग बहादुर सिंह के 350वें बलिदान दिवस के अवसर पर दिल्ली स्थित उनके बलिदान स्थल गुरुद्वारा शीशगंज साहिब से पवित्र जल भी इस अधिवेशन में लाया जाएगा।अधिवेशन में महारानी अब्बक्का प्रदर्शनी मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगी। इसमें परिषद के विचार वृक्ष, संगठन के राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय अभियान, स्वतंत्रता संग्राम के महानायक, संस्कृति पुनर्जागरण की विभूतियां और विशेष रूप से रानी अब्बक्का के साहस को प्रभावशाली ढंग से प्रदर्शित किया जाएगा। प्रदर्शनी के उद्घाटन में मुख्य अतिथि आचार्य बालकृष्ण होंगे।




