अरुण धूमल बोले- लोकसभा चुनाव से आईपीएल करवाना इस बार चुनौती
अमर उजाला से खास बातचीत में आईपीएल चेयरमैन अरुण धूमल ने कहा कि आईपीएल की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। खिलाड़ियों की नीलामी का शेड्यूल दिसंबर का तय हो चुका है।
क्रिकेट की पेशेवर टी-20 लीग आईपीएल के शेड्यूल को लेकर आईपीएल गवर्निंग असमंजस में है। देश में प्रस्तावित आम चुनाव इसकी वजह है। लोकसभा चुनाव के दौरान ही आईपीएल की अवधि पड़ रही है। बीसीसीआई को आम चुनाव की घोषणा का इंतजार है। इसी आधार पर आईपीएल का शेड्यूल तैयार किया जाएगा। हालांकि, आम चुनाव के बीच आईपीएल चुनौती से कम नहीं होगा। आईपीएल चेयरमैन अरुण धूमल ने देश में प्रस्तावित आम चुनाव से जुड़ीं मौजूदा परिस्थितियों को स्वीकार किया है। अरुण हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की वार्षिक आम सभा के सिलसिले में धर्मशाला में थे। अमर उजाला से खास बातचीत में कहा कि आईपीएल की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। खिलाड़ियों की नीलामी का शेड्यूल दिसंबर का तय हो चुका है।
लेकिन, लीग मैचों के शेड्यूल के लिए निगाहें चुनाव आयोग पर टिकीं हैं। आम चुनाव के चलते आईपीएल को देश से बाहर ले जाने के सवाल पर उन्होंने दो टूक कहा कि अभी ऐसा कोई भी विचार नहीं है। उन्होंने कहा कि आईपीएल के लिए इस बार सीमित विंडो (अवधि) ही उपलब्ध है। आधा मार्च इंग्लैंड के साथ टेस्ट सीरीज में निकल जाएगा। जून में टी-20 विश्वकप है। ऐसे में आईपीएल को न आगे ले जा सकते हैं न पहले कर सकते हैं। अप्रैल-मई में ही इसे करवाना होगा। यही अवधि आम चुनाव की रहेगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि महिला आईपीएल इस बार फरवरी में हो सकता है।बकौल अरुण धूमल विश्वकप के मैच कारोबार को पंख लगा गए। अब मार्च में इंग्लैंड और भारत के बीच प्रस्तावित टेस्ट मैच इस सिलसिले को आगे बढ़ाएगा।
आईपीएल के अधिक मैच कराने के प्रयास
विश्व कप के बाद अब धर्मशाला में आईपीएल के अधिक से अधिक मैच करवाने के प्रयास रहेंगे। आईपीएल फ्रेंचाइजी पंजाब किंग्स के कुछ लीग मैच तो लगभग तय माने जा सकते हैं। इस बार कुछ अन्य फ्रेंचाइजी के के मैच भी धर्मशाला में करवाने के प्रयास रहेंगे। दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स ने धर्मशाला स्टेडियम को लेकर रुचि दिखाई है।
आउटफील्ड की नहीं आएगी शिकायत
अरुण धूमल ने कहा कि धर्मशाला स्टेडियम अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा साबित हो चुका है। विश्व कप मैचों में आउटफील्ड को लेकर मिली शिकायत मौसम जनित थी। सितंबर तक भारी बारिश के चलते आउटफील्ड की घास बदलने का मौका ही नहीं मिल पाया। लगातार बारिश से विंटर ग्रास में थोड़ी नमी और फंगस आ गई थी। इसे लेकर देश और विदेश के विशेषज्ञों से सलाह ली गई है।