कपाट खुलने की प्रक्रियाओं के तहत भगवान रुद्रनाथ की चल विग्रह मूर्ति 14 मई 2024 पूजा अर्चना के बाद गोपीनाथ मंदिर के गर्भगृह से मंदिर परिसर में लाई जाएगी।
उत्तराखंड के पंच केदारों में से चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट इस वर्ष 18 मई को ग्रीष्मकाल के लिए खोले जाएंगे। बसंत पंचमी के पर्व पर गोपीनाथ मंदिर में पुजारियों, हक-हकूकधारियों और मंदिर समिति के पदाधिकारियों के सामने पंचांग गणना के आधार पर कपाट खुलने की तिथि निर्धारित की गई।
बुधवार को गोपीनाथ मंदिर में प्रातः कालीन पूजा के बाद 10 बजे मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में रुद्रनाथ मंदिर के पुजारी वेद प्रकाश भट्ट व अन्य हक-हकूकधारियों की उपस्थिति में पंचांग गणना की गई।
उन्होंने बताया कि कपाट खुलने की प्रक्रियाओं के तहत भगवान रुद्रनाथ की चल विग्रह मूर्ति 14 मई 2024 पूजा अर्चना के बाद गोपीनाथ मंदिर के गर्भगृह से मंदिर परिसर में लाई जाएगी। जहां से 16 मई को भगवान रुद्रनाथ की चल विग्रह डोली रुद्रनाथ के लिए प्रस्थान करेगी। जिसके बाद 18 मई को विधि विधान से मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए खोल दिए जाएंगे।