एक अक्तूबर से जरूरी नहीं होगी वाहनों की ऑटोमेटेड फिटनेस, मैन्युअल का विकल्प रहेगा जारी
वाहनों की फिटनेस के लिए पिछले साल एक अक्तूबर से सभी माल वाहनों की फिटनेस जांच एटीएस से कराने की अधिसूचना जारी हुई थी, जिसे बाद में संशोधित करते हुए मंत्रालय ने इस साल एक अक्तूबर तक बढ़ा दिया था। वाहनों की फिटनेस जांच के लिए इस साल भी यह व्यवस्था लागू नहीं हो पाएगी।
प्रदेश में सभी मालवाहक वाहनों और सवारी वाहनों की फिटनेस एक अक्तूबर से ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर (एटीएस) से अनिवार्य नहीं होगी। परिवहन मुख्यालय ने इसके लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को पत्र भेज दिया है। कुल 12 में से अभी तक चार एटीएस ही तैयार हुए हैं। लिहाजा, मैन्युअल फिटनेस का विकल्प जारी रहेगा।
दरअसल, प्रदेश में वाहनों की फिटनेस के लिए पिछले साल एक अक्तूबर से सभी माल वाहनों की फिटनेस जांच एटीएस से कराने की अधिसूचना जारी हुई थी, जिसे बाद में संशोधित करते हुए मंत्रालय ने इस साल एक अक्तूबर तक बढ़ा दिया था। वाहनों की फिटनेस जांच के लिए इस साल भी यह व्यवस्था लागू नहीं हो पाएगी।
संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह के मुताबिक, केंद्र सरकार ने दो व्यवस्थाएं की हुई हैं। पहली ये कि एक अक्तूबर से वाहनों की ऑटोमेटेड फिटनेस होगी और दूसरी ये कि जिन क्षेत्रों में एटीएस तैयार हो जाएगा, उनमें ही ये व्यवस्था लागू होगी। बताया, केंद्रीय मंत्रालय को पत्र भेजकर फिलहाल ऑटोमेटिक के साथ ही मैन्युअल फिटनेस जांच जारी रखने की मांग की गई है।