भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक आज, उपचुनाव की हार व निकाय चुनाव की रणनीति पर होगा मंथन
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर समेत प्रदेश प्रभारी, सीएम और प्रदेश अध्यक्ष शामिल होंगे।
लोकसभा चुनाव के बाद सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की पहली बैठक होगी। जिसमें बदरीनाथ व मंगलौर विधानसभा उपचुनाव की हार और आगामी निकाय चुनाव की रणनीति पर मंथन किया जाएगा। इसके अलावा बैठक में तीन राजनीतिक प्रस्ताव पर भी चर्चा की जाएगी।
ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी परिसर में 15 जुलाई को आयोजित होने वाली प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में कैबिनेट मंत्री मनोहर लाल खट्टर समेत प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, सह प्रभारी रेखा वर्मा, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार समेत पार्टी के मंत्री विधायक विशेष रूप से शामिल होंगे। इसके अलावा प्रदेश से लेकर मंडल स्तर के 1350 पदाधिकारी बैठक में भाग लेंगे। बैठक में जुलाई माह अंत से आरंभ होने वाली सांगठनिक चुनाव प्रक्रिया को लेकर भी चर्चा की जाएगी।
लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हो रही है। उपचुनाव में मिली हार की समीक्षा के साथ ही आगामी निकाय चुनाव की रणनीति पर मंथन किया जाएगा। बैठक में तीन राजनीतिक प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। जिसमें मुख्यमंत्री धामी के तीन साल का कार्यकाल और प्रदेश सरकार के विकास कार्यों, निकाय चुनाव और लोकसभा में पांच सीटें जीतने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी।
बैठक में लोकसभा चुनाव में प्रदेश की पांच सीटों पर शानदार जीत को पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का आभार करने के अतिरिक्त उनके चुनाव के अनुभवों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। जिन बूथों पर पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया, वहां के कार्यकर्ता को सम्मानित किया जाएगा। साथ ही चर्चा के दौरान चुनाव, सांगठनिक प्रक्रिया और जनकल्याण को लेकर जो भी सुझाव कार्यसमिति में सामने आएंगे, उनको भविष्य की रणनीति बनाने में समाहित किया जाएगा।
प्रदेश कार्यसमिति में निकाय एवं पंचायत चुनावों की तैयारी के साथ सांगठनिक चुनावों प्रक्रिया शुरू करने की चर्चा की जाएगी। इस माह के अंत से संगठन चुनाव के लिए सदस्यता अभियान शुरू हो जाएगा। इसके बाद बूथ समितियों, मंडल अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष का चुनाव कराए जाएंगे। नवंबर माह तक प्रदेश अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के लिए सभी तैयारियां की गई है। लोकसभा चुनाव के बाद यह पहली बैठक होगी। जिसमें उपचुनाव की हार की समीक्षा के साथ निकाय चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की जाएगी। हार से सबक लिया जाता है। जहां कमी होंगी उसे दूर करेंगे। भाजपा जिस स्थान पर खड़ी है, उसी स्थान पर रहेगी।