100 मीटर बाधा दौड़ में चीनी खिलाड़ी के कारण हुआ विवाद, भारत को फायदा
100 मीटर बाधा दौड़ में चीनी खिलाड़ी के कारण हुआ विवाद, भारत को फायदाएक समय ऐसा था जब अधिकारी वू यानी के साथ-साथ ज्योति याराजी को भी डिस्क्वालिफाई करना चाहते थे। अगर ऐसा होता तो ज्योति के खाते में कोई पदक नहीं होता। बाद में समीक्षा में वू यानी को डिस्क्वालिफाई कर दिया।
भारत की महिला खिलाड़ी ज्योति याराजी ने एशियाई खेलों में अपना पहला पदक जीत लिया है। ज्योति ने रविवार (एक अक्तूबर) को 100 मीटर बाधा दौड़ में रजत पदक जीता। 24 साल की ज्योति के पदक को लेकर काफी देर तक विवाद हुआ। चीन की खिलाड़ी की गलती ने उनके पदक को भी खतरे में डाल दिया था, लेकिन अंत में फैसला भारतीय खिलाड़ी के पक्ष में आया। याराजी तीसरे स्थान पर थीं और उनके खाते में कांस्य आया था। विवाद के बाद उनके पदक का रंग बदल गया।
दरअसल, दौड़ की शुरुआत ही विवादित रूप से हुई। चीन की खिलाड़ी वू यानी पहले ही दौड़ गईं। इसे गलत शुरुआत माना गया। याराजी के बगल वाली लेन में वू यानी खड़ी थीं। वू यानी के दौड़ने के बाद याराजी ने दौड़ना शुरू किया। अधिकारियों ने दोनों की शुरुआत को गलत बताया और उन्हें बुलाया। इसका जोरदार विरोध भारतीय खिलाड़ी ने किया। लंबी चर्चा के बाद याराजी और वू यानी के दौड़ को समीक्षा के लिए भेजा गया। समीक्षा में वू यानी को डिस्क्वालिफाई कर दिया गया।
ज्योति ने 12.91 सेकंड में पूरी की दौड़
ज्योति याराजी ने 12.91 सेकंड के साथ दूसरे स्थान पर आ गईं। 12.74 सेकंड के साथ के साथ चीन की लिन यूवेई पहले स्थान पर रहीं। वहीं, वू यानी के डिस्क्वालिफाई होने से जापान की तनाका यूमि ने कांस्य पदक जीत लिया। उन्होंने 13.04 सेकंड में दौड़ को पूरा किया था। एक समय ऐसा था जब अधिकारी वू यानी के साथ-साथ ज्योति याराजी को भी डिस्क्वालिफाई करना चाहते थे। अगर ऐसा होता तो ज्योति के खाते में कोई पदक नहीं होता।