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खेल-कूद

दोनों बाजुएं नहीं फिर भी शीतल ने तीरंदाजी में किया कमाल,

दोनों बाजुएं नहीं होने के बावजूद छाती के सहारे दांतों और पैर से धनुष-बाण चलाने वाली जम्मू कश्मीर की तीरंदाज शीतल देवी ने इससे पहले राकेश कुमार के साथ मिलकर पैरा एशियाई खेलों की मिश्रित कंपाउंड इवेंट में स्वर्ण पदक जीता था।

शीतल देवी ने एशियाई पैरा गेम्स 2023 में एक बार फिर कामयाबी हासिल की है। उन्होंने हांगझोऊ में महिलाओं की व्यक्तिगत कंपाउंड तीरंदाजी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। शीतल जो दुनिया की पहली बिना हाथ वाली महिला तीरंदाज भी हैं, उन्होंने सिंगापुर की अलीम नूर सयाहिदा को 144-142 से हराकर शीर्ष पुरस्कार हासिल किया। इसी के साथ उन्होंने शुक्रवार को भारत के पदकों का खाता भी खोला।

दोनों बाजुएं नहीं होने के बावजूद छाती के सहारे दांतों और पैर से धनुष-बाण चलाने वाली जम्मू कश्मीर की तीरंदाज शीतल देवी ने इससे पहले राकेश कुमार के साथ मिलकर पैरा एशियाई खेलों की मिश्रित कंपाउंड इवेंट में स्वर्ण पदक जीता था। शीतल ने बुधवार को भी रजत पदक जीता था। इसी के साथ भारत के पदकों की संख्या 60 के पार पहुंच गई है।

एथलेटिक्स में जीते सर्वाधिक 45 पदक
एथलेटिक्स में अब तक भारत सर्वाधक 45 जीत चुका है। गुरुवार को नारायण ठाकुर ने 100 मीटर टी-35 में कांस्य, रोहित कुमार ने शॉटपुट एफ-46 में कांस्य, श्रेयांष त्रिवेदी ने 100 मीटर, टी-37 में कांस्य पदक जीते। वहीं भाग्यश्री ने महिला शॉटपुट एफ-34, मोनू घंगास डिस्कस थ्रो एफ-11 और सिमरन ने 200 मीटर, टी-12 में रजत पदक जीते। तीरंदाजी में नवीन दलाल और नजीर अंसारी ने पुरुष युगल में कांस्य जीता, जबकि हिमांशी भावेश कुमार राठी ने शतरंज में कांस्य पदक जीता। बैडमिंटन में भी आठ वर्गों के फाइनल में भारतीय शटलर खेलते नजर आएंगे।

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