चिकित्सकों के लिए दून और श्रीनगर मेडिकल कॉलेज ट्रेनिंग सेंटर होंगे, प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार

चारधाम रूटों पर करीब 100 चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है। ड्यूटी पर जाने से पहले इन चिकित्सकों को हाई एल्टीट्यूड माउंटेन सिकनेस का प्रशिक्षण दिया जाना है।
चारधाम यात्रा में जाने वाले चिकित्सकों को हाई एल्टीट्यूड माउंटेन सिकनेस का प्रशिक्षण देने के लिए दून और श्रीनगर मेडिकल को ट्रेनिंग सेंटर बनाया गया है। चारधाम यात्रा में तैनाती से पूर्व सभी चिकित्सक इन मेडिकल कॉलेजों में दो दिन का प्रशिक्षण लेंगे। मेडिकल कॉलेज की ओर से प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार कर लिए गए हैं।
अगले दस दिनों में इसकी शुरूआत की जाएगी। 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा की शुरूआत हो रही है। चारधाम रूटों पर करीब 100 चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है। ड्यूटी पर जाने से पहले इन चिकित्सकों को हाई एल्टीट्यूड माउंटेन सिकनेस का प्रशिक्षण दिया जाना है।
इसके लिए दून और श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को चिह्नित किया गया है। जानकारी के मुताबिक मेडिकल कॉलेज में नेशनल इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट के तहत बने स्किल सेंटर में चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें आपात स्थिति में श्रद्धालुओं को उपचार देने संबंधी जानकारी प्रदान की जाएगी।
अस्पतालों में तैनात मेडिकल-पैरामेडिकल स्टाफ को भी दिया जाएगा प्रशिक्षण
अस्पतालों में तैनात रहने वाले मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ को चारधाम यात्रा के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये स्वास्थ्यकर्मी बीमार होकर अस्पताल आने वाले श्रद्धालुओं की देखभाल करेंगे। इस पर निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया कि सभी मेडिकल कॉलेजों में इसको लेकर तैयारियां पूरी करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। चारधाम यात्रा के दौरान तकनीकि संसाधनों को भी दुरुस्त रखने को कहा गया है।
चारधाम मार्गों पर 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले श्रद्धालुओं को होगी स्क्रीनिंग
चारधाम मार्गों पर 50 स्क्रीनिंग सेंटर तैयार किए गए हैं। इसके माध्यम से श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य जांच की जाएगी। 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले श्रद्धालुओं की अनिवार्य रूप से स्क्रीनिंग की जाएगी। इस दौरान अगर कोई श्रद्धालु अस्वस्थ मिलता है, तो मौके पर मौजूद चिकित्सकों की टीम द्वारा तुरंत उपचार शुरू किया जाएगा।
चारधाम यात्रा को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयारियां पूरी की जा रही हैं। चारधाम मार्गों पर जिन चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है, उन्हें तैनाती से पूर्व दो दिन तक ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमें उन्हें हाई एल्टीट्यूड माउंटेन सिकनेस का प्रशिक्षण दिया जाएगा।