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उत्तराखंड

मुख्यमंत्री ने जताया शोक, महंत श्री हरिगिरि ने सीएम धामी को दिया था आशीर्वाद, जानें पूरा मामला

सीएम पुष्कर सिंह धामी के गृहक्षेत्र में दोहरे हत्याकांड से पुलिस महकमे भी खलबली मच गई है। श्रीहरिगिरि महाराज के निधन पर सीएम पुष्कर सिंह धामी और सांसद अजय भट्ट ने शोक व्यक्त किया है। 

सीएम पुष्कर सिंह धामी की भारामल मंदिर पर बेहद आस्था है। वह भारामल मंदिर को धार्मिक पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं। 27 दिसंबर 2023 को सीएम भारामल मंदिर में आयोजित भंडारे में शामिल हुए थे। उन्होंने मंदिर में प्रसाद ग्रहण करने के साथ ही श्रद्धालुओं को प्रसाद भी वितरित किया था। भारामल मंदिर में पूजा अर्चना के दौरान महंत श्री हरिगिरी महाराज ने सीएम धामी को आशीर्वाद दिया था।

सीएम के गृह क्षेत्र में दोहरे हत्याकांड से सनसनी
सीएम पुष्कर सिंह धामी के गृहक्षेत्र में दोहरे हत्याकांड से पुलिस महकमे भी खलबली मच गई है। शुक्रवार शाम एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी भी खटीमा पहुंचे। उन्होंने कहा कि वारदात के खुलासे को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया मामला लूट के लिए हत्या का प्रतीत हो रहा है। मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरे पुराने होने और अंधेरे के चलते जांच में मदद नहीं मिल सकी। 

भंडारे में शामिल होकर फिर घर नहीं लौटा रूपा
नकाबपोश बदमाशों के हमले में मारा गया सेवक रूपा (45) बग्गा 54 गांव का रहने वाला था। लोगों ने बताया कि भारामल मंदिर में 25 से 27 दिसंबर 2023 तक चले विशाल भंडारे में वह आया था। उसे मंदिर का वातावरण बहुत पसंद आया और वह श्रीहरिगिरि महाराज का सेवक बन गया। इसके बाद वह अपने गांव नहीं गया।

क्या है पूरा मामला?
खटीमा के सुरई रेंज स्थित भारामल मंदिर में बाबा और सेवक की बीती रात लाठी डंडों से पीटकर हत्या कर दी गई। वहीं, एक सेवक को बदमाश मरा समझकर छोड़कर भाग गए। खटीमा में नकाबपोश बदमाशों के हमले में जिंदा बचा श्रीहरि गिरि महाराज का दूसरा सेवक नन्हे खटीमा नागरिक अस्पताल में भर्ती है। उसने बताया कि सामने मौत का तांडव देख वह बुरी तरह से डर गया था। हमलावरों ने उसके सिर और हाथ-पैरों पर लाठियों से हमला किया।

उसने अपनी जान बचाने के लिए मर जाने का नाटक किया। बताया कि उसने कुछ देर के लिए सांस रोक दी थी जिस कारण हमलावर से उसे मरा समझ भाग गए। इसके बाद वह बेहोश हो गया था। उसने बताया कि रात के समय उसने श्री हरिगिरि महाराज को कुछ पैसे गिनते हुए देखा था। उनके पास संभवत: करीब 12 हजार रुपये थे। उनकी हत्या के बाद हमलावर रुपये भी लूटकर ले गए। खटीमा उप जिला अस्पताल में भर्ती नन्हे बदहवास था। वह अपने साथियों से श्रीहरिगिरि महाराज के हत्यारों को शीघ्र पकड़ने की मांग करता रहा। डॉक्टरों के मुताबिक, नन्हे के सिर, हाथ और पैर में गहरी चोटें आई हैं। 

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