अंतिम पंघाल ने जीता कांस्य, टूर्नामेंट में भारत के लिए पहला पदक
अंतिम पंघाल और एम्मा जोन्ना माल्मग्रेन के बीच विश्व कुश्ती चैंपियनशिप का मुकाबला काफी कड़ा और नर्वस करने वाला था। इसमें अंतरराष्ट्रीय कुश्ती की सर्वश्रेष्ठता दिखी। पंघाल के प्रदर्शन में धैर्य, दृढ़ संकल्प और सबसे कठिन मंच पर प्रदर्शन करने की इच्छाशक्ति स्पष्ट तौर पर दिख रही थी।
युवा भारतीय पहलवान अंतिम पंघाल ने विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के कांस्य पदक मुकाबले में एम्मा जोन्ना माल्मग्रेन पर प्रभावशाली जीत हासिल करते हुए इस टूर्नामेंट में भारत के लिए पहला पदक पक्का किया। साथ ही उन्होंने पेरिस ओलंपिक के कोटा भी हासिल किया। 53 किलोग्राम भार वर्ग में अंतिम पंघाल ने कांस्य पदक हासिल किया।
स्वीडन की एम्मा जोना डेनिस माल्मग्रेन पर जीत के साथ ही 19 साल की यह खिलाड़ी विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली छठी भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई। अंतिम के इस मुकाबले का अंत तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर हुआ। वह अगले साल होने वाले पेरिस ओलंपिक के लिए कोटा हासिल करने वाली पहली भारतीय पहलवान (पुरुष या महिला) बन गईं। गीता फोगाट (2012), बबीता फोगाट (2012), पूजा ढांडा (2018), विनेश फोगाट (2019) और अंशु मलिक (रजत) ने भारत के लिए विश्व चैंपियनशिप में पदक जीते हैं।
अंतिम पंघाल और एम्मा जोन्ना माल्मग्रेन के बीच विश्व कुश्ती चैंपियनशिप का मुकाबला काफी कड़ा और नर्वस करने वाला था। इसमें अंतरराष्ट्रीय कुश्ती की सर्वश्रेष्ठता दिखी। पंघाल के प्रदर्शन में धैर्य, दृढ़ संकल्प और सबसे कठिन मंच पर प्रदर्शन करने की इच्छाशक्ति स्पष्ट तौर पर दिखा। उन्होंने एक रोमांचक मुकाबले में माल्मग्रेन को हराया। भारतीय पहलवान ने तकनीकी कौशल और रणनीतिक श्रेष्ठता का प्रदर्शन किया, जो उनके गहन प्रशिक्षण और अच्छी तरह से संरचित खेल योजना का प्रमाण था।