बर्फबारी से गंगोत्री हाईवे बंद, बदरीनाथ मार्ग पर बर्फ हटाने का काम शुरू, पर्यटकों ने किया औली का रुख
निजमुला घाटी के पाणा, ईराणी, झींझी, रामणी, घूनी, पडेरगांव, डुमक, कलगोठ सहित कई अन्य गांव बर्फ से ढके हुए हैं। धूप खिलने पर सुबह और शाम को शीतलहर का प्रकोप रहा।
चमोली जिले में बारिश और बर्फबारी थमने के बाद शुक्रवार को दिनभर धूप खिली रही,जिससे बर्फ से लकदक पहाड़ियां धवल हो उठीं। हालांकि, बर्फबारी वाले गांवों में लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
ईराणी गांव के प्रधान मोहन सिंह नेगी ने बताया, राजकीय इंटर काॅलेज व प्राथमिक विद्यालय ईराणी के परिसर में बर्फ जमीं होने से छात्र-छात्राओं ने बरामदे में ही प्रार्थना सभा आयोजित की। बताया, यह बारिश और बर्फबारी खेती के लिए बेहतर मानी जा रही है। सूखे पड़े खेतों को नमी मिल गई है।
वहीं, बर्फबारी के बाद औली में पर्यटकों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। औली पहुंचे पर्यटकों ने जमकर स्कीइंग का लुत्फ उठाया। बर्फ में पर्यटक दिनभर मौज मस्ती करते नजर आए। इस साल काफी लंबे इंतजार के बाद पहाड़ों पर बर्फबारी हुई है। पर्यटक भी बर्फबारी का इंतजार कर रहे थे। दो दिन पहले जैसे ही औली में बर्फ पड़ी पर्यटकों ने यहां का रुख करना शुरू कर दिया।
यमुनोत्री हाईवे खुला, गंगोत्री हाईवे समेत सात मार्ग बंद
बर्फबारी के कारण बंद हुए यमुनोत्री हाईवे पर आवागमन शुरू हो गया है। एनएच की टीम ने मशक्कत कर शुक्रवार को हाईवे को खोल दिया। उधर, गंगोत्री हाईवे पर सुक्की टॉप में तो आवाजाही बहाल हो गई, लेकिन भैरव घाटी से आगे हाईवे अभी भी बंद है। इसके अलावा जनपद में सात ग्रामीण मोटरमार्ग भी बंद हैं।
बीते दो दिन हुई बारिश-बर्फबारी से गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे सहित कई मोटरमार्ग जगह-जगह बंद हो गए थे। शुक्रवार को मौसम खुलने के साथ बीआरओ, एनएच और लोक निर्माण विभाग की टीमें हाईवे पर यातायात बहाल करने के काम में जुट गईं थीं। दोपहर में यमुनोत्री हाईवे के राड़ी टॉप में आवाजाही बहाल की गई।
इसके बाद यमुनोत्री हाईवे के ही हनुमान चट्टी, फूलचट्टी और जानकीचट्टी तक यातायात सुचारू कर दिया गया, लेकिन, यहां फिसलन बढ़ने से आवाजाही में जोखिम बना हुआ है। इधर, गंगोत्री हाईवे पर सुक्की टॉप में बीआरओ की टीम ने जेसीबी व डोजर आदि मशीनों से बर्फ को हटाकर यातायात बहाल करा दिया है, लेकिन भैरव घाटी से आगे हाईवे अब भी बंद है।
उत्तरकाशी-लंबगांव मोटरमार्ग पर चौरंगीखाल और मसूरी-सुवाखोली मोटरमार्ग पर सुवाखोली के पास आवाजाही जोखिम भरी बनी हुई है। बर्फबारी के चलते कुंवा कफनौल, खरसाली हेलीपैड मोटरमार्ग और बारिश व सड़क क्षतिग्रस्त होने से बड़ेथी बनचौरा बद्रीगाड, नारदचट्टी बनास मोटरमार्ग भी बंद चल रहे हैं।
बदरीनाथ हाईवे पर बर्फ हटाने का काम हुआ शुरू
बारिश और बर्फबारी थमने के बाद बर्फ से ढकी सड़कों को खोलने का काम शुक्रवार से शुरू हो गया है। बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) की ओर से बदरीनाथ हाईवे, जोशीमठ-मलारी हाईवे और जोशीमठ-औली सड़क से बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया है। बीआरओ के कमांडर कर्नल अंकुर महाजन ने बताया कि बर्फ से अवरुद्ध सड़कों को खोलने का काम शुरू कर दिया गया है। वहीं, चमोली-गोपेश्वर-मंडल-ऊखीमठ-कुंड हाईवे पर एनएच की ओर से भी चोपता से कांचुलाखर्क तक बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। एनएच के ईई निर्भय सिंह ने बताया, जल्द ही हाईवे को वाहनों की आवाजाही के लिए सुचारू कर लिया जाएगा।