पत्नी को सीएम बनाने के लिए केजरीवाल ने लिया अतिशी-सौरभ का नाम’, भाजपा ने लगाए गंभीर आरोप
दरअसल, आज हुई अदालत की सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने यह दावा किया है कि अरविंद केजरीवाल ने यह माना है कि विजय नायर सीधे तौर पर उन्हें नहीं, बल्कि उनकी पार्टी के दो नेता आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज को रिपोर्ट करता था।
शराब घोटाले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इससे यह संकेत मिल गए हैं कि केजरीवाल को लंबे समय तक जेल में रहना पड़ सकता है, लेकिन आज हुई अदालत की सुनवाई में अरविंद केजरीवाल सरकार के दो सबसे मजबूत मंत्रियों आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज का नाम सामने आने के बाद यह चर्चा शुरू हो गई है कि क्या अब शराब घोटाले की गाज इन मंत्रियों पर भी गिर सकती है?
वहीं, भाजपा ने आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने जानबूझकर आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज का नाम शराब घोटाले में लिया है। पार्टी के अनुसार, यह सुनीता केजरीवाल का राजनीतिक रास्ता साफ करने की कोशिश है।
केजरीवाल ने लिया नाम
दरअसल, आज हुई अदालत की सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने यह दावा किया है कि अरविंद केजरीवाल ने यह माना है कि विजय नायर सीधे तौर पर उन्हें नहीं, बल्कि उनकी पार्टी के दो नेता आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज को रिपोर्ट करता था। ऐसे में यदि यह साबित हो जाता है कि विजय नायर सीधे तौर पर केजरीवाल से नहीं, बल्कि आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज से बातचीत करता था, तो मामलों की जांच इन्हीं दोनों नेताओं की ओर मुड़ जाएगी। इससे अरविंद केजरीवाल को क्लीन चिट भले न मिले, लेकिन आम आदमी पार्टी के इन दो नेताओं से पूछताछ होने की संभावना अवश्य बढ़ जाएगी।
चूंकि, विजय नायर पर यह आरोप है कि उसने शराब व्यापारी समीर महेंद्रू से अपने एक करीबी के माध्यम से करोड़ों रुपये की लेनदेन की थी, पैसों के लेनदेन का यह मामला आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज तक भी पहुंच सकता है। इससे इन दोनों नेताओं पर भी ईडी का शिकंजा कस सकता है। इस मामले में दिल्ली सरकार के एक और मंत्री कैलाश गहलोत से भी पूछताछ हो चुकी है। यानी इस मामले में एक के बाद एक कई बड़े आप नेताओं के घिरने की संभावना बढ़ती जा रही है।
पूछताछ में ही सामने आए थे बड़े नाम
ध्यान देने वाली बात है कि इस मामले में ज्यादातर आरोपियों के नाम ईडी के द्वारा हुई पूछताछ में ही एजेंसी के सामने आए थे। तत्कालीन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तक का नाम आरोपियों से ईडी की पूछताछ के बाद ही सामने आया था। जानकारों का मानना है कि ईडी की कार्रवाई के इस पैटर्न को देखते हुए अनुमान लगाया जा सकता है कि अब शराब घोटाले में इन दोनों वरिष्ठ मंत्रियों से भी पूछताछ होने की संभावना बन सकती है।
आप के सबसे बड़े चेहरे
- मनीष सिसोदिया और संजय सिंह के जेल जाने के बाद आतिशी मार्लेना आम आदमी पार्टी की सबसे प्रमुख नेताओं के रूप में उभरी हैं। अरविंद केजरीवाल ने उन पर भरोसा जताते हुए न केवल सबसे महत्त्वपूर्ण मंत्रालय उन्हें सौंप रखे हैें, बल्कि आम आदमी पार्टी की ओर से केंद्र सरकार और भाजपा पर हमला करने के मामले में भी वे सबसे आगे रहती हैं।
इसी प्रकार सौरभ भारद्वाज भी आम आदमी पार्टी के सबसे मजबूत चेहरे के तौर पर देखे जाते हैं। पार्टी ने उन्हें लंबे समय से राष्ट्रीय प्रवक्ता बना रखा है। वे दिल्ली सरकार में मंत्री भी हैं। वे भी आम आदमी पार्टी की ओर से भाजपा और केंद्र सरकार पर हमला करने के मामले में सबसे आगे रहते हैं। ऐसे में यदि इन दोनों नेताओं पर भी ईडी की गाज गिरती है तो इससे आम आदमी पार्टी का बहुत बड़ा नुकसान होगा।
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि अरविंद केजरीवाल को 15 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने से यह साफ हो जाता है कि अदालत ने प्राथमिक तौर पर उन्हें इस मामले में आरोपी मानने लायक सबूतों को स्वीकार कर लिया है। अब अरविंद केजरीवाल को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
राजनीतिक साजिश न बताएं
सचदेवा ने कहा कि जांच एजेंसी के सामने अरविंद केजरीवाल के बयान में इस शराब घोटाले में दो नए किरदार आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज सामने आ गये है। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी के सामने आई यह बात यह स्वयं आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के बयानों पर आधारित है, ऐसे में अब जब शराब घोटाले में आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज से पूछताछ हो तो आम आदमी पार्टी के नेताओं को इसे राजनीतिक साजिश नहीं बताना चाहिए
सचदेवा ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल ने आतिशी और सौरभ भारद्वाज का नाम लेकर इन दोनों के राजनीतिक भविष्य पर दाग लगा दिया है, जबकि इसके जरिए उन्होंने अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल को दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री बनाने का रास्ता साफ कर दिया है।