हेलंग बाईपास के सर्वे को टीम गठित, सप्ताहभर में देगी रिपोर्ट,
चारधाम आल वेदर रोड परियोजना के तहत चमोली जिले के जोशीमठ में हेलंग-मारवाड़ी बाईपास के सर्वे के लिए बीआरओ ने विशेषज्ञों की टीम गठित कर दी है। वर्तमान में इसके निर्माण पर अस्थायी रोक लगाई गई है।
चारधाम आल वेदर रोड परियोजना के तहत चमोली जिले के जोशीमठ में हेलंग-मारवाड़ी बाईपास के सर्वे के लिए बीआरओ ने विशेषज्ञों की टीम गठित कर दी है। सचिव आपदा प्रबंधन डा. रंजीत कुमार सिन्हा के अनुसार टीम में आइआइटी रुड़की, एनटीपीसी व एनएचएआइ के विशेषज्ञ शामिल किए गए हैं।
ह टीम सप्ताहभर में अपनी रिपोर्ट देगी। वह इस बात का अध्ययन करेगी कि बाईपास के निर्माण से क्षेत्र में कहीं कोई असर तो नहीं पड़ेगा। रिपोर्ट मिलने के बाद धार्मिक व सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस बाईपास के संबंध में निर्णय लिया जाएगा। वर्तमान में इसके निर्माण पर अस्थायी रोक लगाई गई है।
लगभग छह किलोमीटर लंबा हेलंग-मारवाड़ी बाईपास जोशीमठ में मारवाड़ी पुल के पास बदरीनाथ हाईवे से मिलना है। जोशीमठ पर जन दबाव कम करने के उद्देश्य से इसे बनाया जा रहा है। इसके बनने पर बदरीनाथ की दूरी लगभग 22 किलोमीटर कम हो जाएगी।
वर्तमान में बदरीनाथ पहुंचने को हेलंग से जोशीमठ होते हुए मारवाड़ी तक का सफर तय करना पड़ता है। बदरीनाथ ही नहीं, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी को जोड़ने वाला भी यही मुख्य मार्ग है। सेना भी इसी मार्ग का उपयोग करती है।