दो सेंटरों पर पुलिस का छापा, ऑनलाइन परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार के अंतर्गत सीएसआईआर की ओर से एसओ और एएसओ पद के लिए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित कराई जा रही थी।
राजधानी में ऑनलाइन नकल कराने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने राजपुर और डोईवाला क्षेत्र में दो ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों पर छापा मारा था। इन दोनों जगहों पर परीक्षार्थियों को लीज लाइन के माध्यम से ऑनलाइन नकल कराई जा रही थी। पुलिस ने दोनों सेंटरों को सील करा दिया है। इसके बाद वहां से कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि बृहस्पतिवार को केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार के अंतर्गत सीएसआईआर की ओर से एसओ और एएसओ पद के लिए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित कराई जा रही थी। इसी बीच सूचना मिली कि आईटी पार्क स्थित एक सेंटर में अभ्यर्थियों को नकल कराई जा रही है।
पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर पशुपति लैब पर छापा मारा। यहां देखा कि संचालकों ने लैब के सर्वर रूम से कुछ लीज लाइन के माध्यम से अभ्यर्थियों को नकल कराई जा रही थी। इस सेंटर को अंकित नाम का युवक चला रहा था। इसी तरह से डोईवाला के हर्रावाला में भी एक सेंटर के बारे में जानकारी मिली।
पुलिस ने हर्रावाला स्थित दून घाटी इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल एजुकेशन सेंटर प्रेमनगर डोईवाला में छापा मारा। इस जगह भी सर्वर रूम में एक लीज लाइन को जोड़ा गया था। इसके माध्यम संचालकों से मिलीभगत कर परीक्षा से पहले ही अभ्यर्थियों को ऑनलाइन नकल कराने के लिए जोड़ा गया था।
इस सेंटर को दीपक और मोहित नाम के युवक चला रहे थे। आरोपियों से फिलहाल पूछताछ की जा रही है। इस संबंध में राजपुर और डोईवाला थाने में मुकदमे दर्ज कराने की प्रक्रिया चल रही है। एसएसपी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि उन्होंने दूसरे राज्यों में भी अभ्यर्थियों को नकल कराई है। इसके संबंध में पूछताछ की जा रही है।
बाहरी राज्यों के अभ्यर्थियों से भरवाते थे यहां के सेंटर
आरोपी इसके लिए लंबे समय से तैयारियां कर रहे थे। माफिया से गठजोड़ कर बाहरी राज्यों के अभ्यर्थियों से देहरादून के इन सेंटर को परीक्षा केंद्र के रूप में भरवाते थे। इसके बाद यहां सर्वर रूम से रिमोट एक्सेस लेते हुए परीक्षा के सिस्टम को हैकर परीक्षा के पेपरों को सॉल्व कराया जा रहा है। पता चला है कि आरोपी अभ्यर्थियों से इसके लिए मोटी रकम वसूल करते थे। इस संबंध में फिलहाल जांच की जा रही है। जल्द ही कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है।