साल के आखिरी सूर्य ग्रहण पर गर्भवती महिलाएं न करें ये काम,
अक्तूबर को साल 2023 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। भारतीय समय के अनुसार यह सूर्य ग्रहण 14 अक्तूबर की रात 08 बजकर 34 मिनट से शुरू होगा जो 2 बजकर 24 मिनट तक चलेगा। वैज्ञानिक नजरिए से ये एक खगोलीय घटना मात्र है, लेकिन धार्मिक दृष्टि से ग्रहण की घटना को शुभ नहीं माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहणकाल के दौरान नकारात्मक उर्जा निकलती है, जिसका प्रभाव हमारे आसपास की हर चीज पर पड़ता है। हालांकि साल का आखिरी सूर्य ग्रहाण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल भी मान्य नहीं है, लेकिन इस दौरान सभी को कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। वरना आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। गर्भवती महिलाओं को इस दौरान विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। ऐसे में चलिए आज जानते हैं सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए…
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं रखें इन बातों का ध्यान
ऐसी मान्यता है कि ग्रहण के दुष्प्रभाव से भोजन दूषित हो जाता है, इसलिए गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दौरान भोजन करने से बचना चाहिए। साथ ही पहले से रखे पके हुए भोजन पर तुलसी की पत्तियां या गंगाजल डाल दें।
गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दौरान सुई, चाकू, कैंची जैसी किसी भी तरह की नोकदार वस्तुओं से दूर रहना चाहिए। कहा जाता है कि इनका उपयोग करने से गर्भ में पल रहे बच्चे पर दुष्प्रभाव हो सकता है। सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बात ये है कि जब सूर्य ग्रहण प्रारंभ हो, तो उस समय से लेकर ग्रहण के समापन तक गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए, क्योंकि इसका नकारात्मक प्रभाव पल रहे बच्चे पर पड़ता है।
साथ ही गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण को भी नहीं देखना चाहिए। मान्यता है कि इससे उनकी गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं करें ये काम
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को हनुमान चालीसा या दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए। मान्यता है कि मां दुर्गा और हनुमान जी की कृपा से सभी संकट और नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं। साथ ही इस समय में गर्भवती महिलाएं अपने इष्टदेव का स्मरण कर सकती हैं। वहीं सूर्य ग्रहण के समापन के बाद स्नान करें और फिर साफ वस्त्र पहनें।