पिंपरी चिंचवड में देह-व्यापार के रैकेट का भंडाफोड़, तीन महिलाओं को बचाया; स्पा का मालिक गिरफ्तार
मानव तस्करी विरोधी इकाई के पुलिस इंस्पेक्टर देवेंद्र चव्हाण ने बताया कि एक गुप्त सूचना के आदार पर उन्होंने स्पा पार्लर में छापेमारी की। इस दौरान तीन महिलाओं को बचाया गया और स्पा के मालिक समेत दो पुरुषों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुणे पुलिस ने पिंपरी चिंचवड़ के हिंजेवाड़ी इलाके में एक स्पा पार्लर में देह-व्यापार चलाने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस मामले में दो पुरुषों को गिरफ्तार करने के साथ तीन महिलाओं को बचाया गया है। पिंपरी चिंचवड़ पुलिस की मानव तस्करी विरोधी इकाई ने हिंजेवाड़ी इलाके में रविवार को ब्रीथ स्पा में अचानक छापेमारी की। इस दौरान उन्होंने मसाज की आड़ में पार्लर में चर रहे देह-व्यापार का पर्दाफाश किया।
मानव तस्करी विरोधी इकाई के पुलिस इंस्पेक्टर देवेंद्र चव्हाण ने बताया कि एक गुप्त सूचना के आदार पर उन्होंने स्पा पार्लर में छापेमारी की। इस दौरान तीन महिलाओं को बचाया गया और स्पा के मालिक समेत दो पुरुषों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों के खिलाफ अनैतिक तस्करी (रोकथाम) अधिनियम की धारा तीन एवं सात और भारतीय दंड संहिता की धारा 370(3) एवं 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुणे से लापता इंजीनियरिंग छात्रा का शव अहमदनगर में मिला
पुणे से 30 मार्च को लापता हुई इंजीनियरिंग छात्रा की अहमदनगर जिले में हत्या कर दी गई। एक अधिकारी ने बताया कि तीन लोगों ने मिलकर लड़की का अपहरण किया था, जिसमें उसका एक कॉलेज दोस्त भी शामिल है। फिरौती के लिए लड़की का अपहरण किया गया था, लेकिन बाद में उसकी हत्या कर दी गई।
लड़की का शव रविवार को अहमदनगर से बरामद किया गया। पुलिस ने बताया कि तीनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अधिकारी ने कहा, “वागहोली इलाके में एक कॉलेज से लड़की इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही थी। 29 मार्च को उसके एक दोस्त और दो अन्य लोगों ने उससे मुलाकात की और उसे उसके हॉस्टल तक छोड़ा। 30 मार्च को उन्होंने लड़की को अहमदनगर ले गए। अपहरणकर्ताओं ने लड़की के घरवालों से नौ लाख रुपये की फिरौती मांग रहे थे। इसके बाद उन्होंने लड़की का गला घोंट दिया और उसके शव को अहमदनगर के बाहर दफना दिया। उन लोगों ने लड़की के फोन से सिम कार्ट भी निकालकर फेंक दिया था।”
जब लड़की के घरवाले उससे संपर्क नहीं कर पाए, तब वे पूछताछ के लिए कॉलेज और हॉस्टल पहुंचे, लेकिन यहां भी उन्हें उनकी बेटी नहीं मिली। बाद में उन्होंने पुलिस में लड़की के लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई। बाद में आरोपी लड़की के परिवार को नौ लाख रुपये की फिरौती के लिए एक मैसेज भेजा। परिवार ने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी। तीनों को गिरफ्तार करने के बाद आरोपियों ने अपना गुनाह स्वीकार किया।