सफाई कर्मचारियों को 2014 से नहीं मिल रही बीमा सुविधा
I630 सफाई कर्मचारी तैनात हैं नगर निगम में, कई बार उठा चुके हैं बीमे की मांगI
शहर को स्वच्छ रखने का जिम्मा जिन सफाई कर्मचारियों के कंधों पर है, नगर निगम में उनकी ही उपेक्षा हो रही है। उच्च जोखिम में काम करने के बाद भी सफाई कर्मचारियों के लिए बीमा तक की सुविधा नहीं है। 2014 से उनकी यह बंद कर दी गई थी। तब से कर्मचारी लगातार बीमा सुविधा दिए जाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
नगर निगम में करीब 630 सफाई कर्मचारी तैनात हैं। घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से रोजाना निकलने वाला कूड़ा सफाई कर्मचारी उठाते हैं। इसके अलावा सीवर पिट की सफाई सहित तमाम जोखिम वाले कार्य भी करते हैं, लेकिन अगर इस बीच उन्हें कुछ हो जाए तो उनके लिए एक बीमा तक की सुविधा नहीं है। देहरादून के नियमित सफाई कर्मियों को सामूहिक बीमा की सुविधा वर्ष 2014 से पहले दिया जाता था। निगम की ओर से इसके लिए एलआईसी से करार किया गया था।
कर्मचारियों के वेतन से हर महीने 75 रुपये काटे जाते थे। कर्मचारियों के निधन पर आश्रित को एक लाख रुपये की राशि दी जाती थी। इसके अलावा रिटायरमेंट होने पर जमा पैसा ब्याज समेत मिलता था, लेकिन 2014 से यह सुविधा बंद है। कर्मचारी लगातार इसे फिर से शुरू करने की मांग उठा रहे हैं।
Iसफाई कर्मचारी उच्च जोखिम में कार्य करता है। उसके लिए बीमा सुविधा होनी चाहिए। कई बार इस संबंध में ज्ञापन दिए गए, लेकिन आज तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। निगम को जल्द कर्मचारियों के लिए बीमा सुविधा उपलब्ध करानी चाहिए।
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I- धीरज भारती, सचिव, अखिल भारतीय सफाई कर्मचारी संघ
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Iनियमित सफाई कर्मचारियों का बीमा बंद होने का मामला संज्ञान में है। इस पूरे मामले को लेकर कार्रवाई की जा रही है। जल्द ही सफाई कर्मचारियों को बीमा की सुविधा उपलब्ध कराए जाने का प्रयास किया जाएगा।