एसटीएफ ने झारखंड के दो संदिग्धों को लिया हिरासत में, मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर पर भी शक
एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पांच अलग-अलग टीम का गठन किया है। टीम झारखंड, बंगाल की पुलिस से भी संपर्क में है। टीम का दावा है कि जल्द ही सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पूर्णिया के तनिष्क ज्वेलरी शो रूम में हुई 3.70 करोड़ की लूटकांडमें एसटीएफ की टीम ने अररिया जिले में छापेमारी कर दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। साथ ही कई साक्ष्य एकत्रित किए हैं। हिरासत में लिए गए दो संदिग्धों से एसटीएफ की टीम ने अररिया नगर थाना में पूछताछ कर रही है। दोनों झारखंड के साहेबगंज निवासी हैं। दोनों की निशानदेही के आधार पर एसटीएफ की टीम ने पूर्णिया मेडिकल कॉलेज में पदस्थापित प्रोफेसर को भी हिरासत में लिया गया है। प्रोफेसर अररिया के कृष्णापुरी वार्ड संख्या 9 के रहने वाले हैं। उनसे भी पूछताछ चल रही है।
प्रोफेसर के घर ही रहते थे दोनों
बताया जा रहा है कि गुप्त सूचना के आधार पर एसटीएफ और पूर्णिया पुलिस टीम ने रविवार को पूर्णिया मेडिकल कॉलेज में पदस्थापित प्रोफेसर के अररिया स्थित मकान में छापेमारी की। यही से दोनों संदिग्धों को हिरासत में लिया। यह दोनों पूर्णिया मेडिकल कॉलेज के प्रोफसर के घर रहते थे। दोनों एक माह पूर्व प्रोफेसर के मकान में किराये पर रहने आया था, जो अपने आप को दिल्ली में पढ़ने की बात बता रहा था। वहीं युवक के परिजन को अररिया में रहने की जानकारी उसके परिजनों को भी नहीं है।
दोनों ने एक युवती का भी नाम बताया
पूछताछ के दौरान दोनों युवकों ने पलासी निवासी एक युवती का नाम बताया, जो रक्सोल निवासी युवक को खाना पहुंचाने का काम करती थी। एसटीएफ के साथ आयी एफएसएल की टीम ने कृष्णापुरी स्थित मकान से कई साक्ष्य एकत्रित किए। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस झारखंड के साहबगंज, बिहार के मुजप्फरपुर, अररिया व पश्चिम बंगाल के मालदा में भी छापामारी कर रही है।
लूटकांड में अररिया से कई सुराग हाथ लगे
एसटीएफ व पूर्णिया पुलिस की टीम को लूटकांड में अररिया से कई सुराग हाथ लगे हैं। सूत्र बता रहे हैं वारदात के बाद लुटेंरों ने शॉपिंग मार्ट, विकास मार्केट स्थित इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानों से भी जमकर खरीदारी की है। इसके अलावा कई ऐसे साक्ष्य मिले हैं, जिसे पुलिस गंभीरता से ले रही है। एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पांच अलग-अलग टीम का गठन किया है। टीम झारखंड, बंगाल की पुलिस से भी संपर्क में है। टीम का दावा है कि जल्द ही सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।