पटाखों में ‘धुआं’ नहीं हो पाई उम्मीद, देहरादून में क्या रहा वायु प्रदूषण कम होने का कारण?

दीपावली पर पटाखों से प्रदूषण कम होने की उम्मीद थी, पर ऐसा नहीं हुआ। देहरादून में वायु प्रदूषण में कुछ कमी आई, जिसके कई कारण थे। मौसम विभाग के अनुसार, हवा की गति सामान्य से अधिक रही। लोगों में जागरूकता और प्रशासन की सख्ती भी मददगार रही। औद्योगिक इकाइयों और वाहनों से होने वाले उत्सर्जन में कमी से भी हवा कुछ हद तक साफ रही।दीपावली का पर्व राजधानी दून में पूरे उत्साह के साथ मनाया गया और पटाखों का धूम धड़ाका भी हुआ। हालांकि, पटाखे जलाने में दून ने दिल की बात मानी और अब कुछ नियंत्रण में रहा। इसका असर यह हुआ दून दीपावली की रात वायु प्रदूषण का स्तर खराब श्रेणी में जाने के बाद भी राहत दे गया।
घंटाघर पर एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 254, जबकि नेहरू कालोनी जैसे रिहायशी क्षेत्र में 230 दर्ज किया गया। वर्ष 2024 की दीपावली की तुलना में एक्यूआई में 34 अंक, जबकि नेहरू कालोनी में 13 अंकों की कमी पाई गई। वहीं, ऋषिकेश में एक्यूआइ 135 रहा और यह आंकड़ा पिछली दीपावली की तुलना में 38 अंक कम पाया गया। वर्ष 2024 की दीपावली की तुलना में एक्यूआइ में घंटाघर पर 34 और नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में 13 अंकों की कमी रहा वायु प्रदूषण।



