राजस्थान के चोर राजगढ़ के मंदिरों में कर रहे थे चोरी, पुलिस ने गिरफ्तार कर मंदिर में ही मंगाई माफी
एसपी आदित्य मिश्राा ने बताया कि आरोपियों के पास से चोरी की वारदात में इस्तेमाल सात बाइक भी मिली हैं, जिन्हें पुलिस ने अपने कब्जे में लिया है। ये गैंग खासतौर से मंदिर को ही टारगेट करती थी, क्योंकि यहां उन्हें कोई खतरा नहीं रहता था।
मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में मंदिरों को प्रमुख रूप से निशाना बनाने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस चोरों को शहर के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मां जालपा माता मंदिर लेकर आई और उनसे माफी मंगवाई, जिसके वीडियो अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं।
दरअसल, शुक्रवार को राजगढ़ एसपी आदित्य मिश्रा ने जिले के मंदिरों में हो रही चोरी की वारदात का खुलासा मां जालपा माता मंदिर में किया। चोर गैंग ने बीते दिनों इस मंदिर में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था।
राजगढ़ एसपी ने प्रेसवार्ता करते बताया कि बीते कुछ महीने से एक गिरोह के रूप में आरोपी अलग तरह से चोरी को अंजाम दे रहे थे। उनके द्वारा एक गिरोह के रूप में कार्य करते हुए मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा था। हाल ही में चोरों ने जालपा मंदिर में भी चोरी की वारदात को अंजाम दिया था, जिसके पश्चात पुलिस ने उक्त आरोपियों की तलाश शुरू की और 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया। बाकीफरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से लगभग 5 लाख रुपये का मशरूका जब्त किया गया है। साल 2022 में शहर के एक मंदिर से चोरी किए गए पंखे भी आरोपियों के कब्जे से बरामद किए गए हैं।
एसपी आदित्य मिश्राा ने बताया कि आरोपियों के पास से चोरी की वारदात में इस्तेमाल सात बाइक भी मिली हैं, जिन्हें पुलिस ने अपने कब्जे में लिया है। ये गैंग खासतौर से मंदिर को ही टारगेट करती थी, क्योंकि यहां उन्हें कोई खतरा नहीं रहता था।
राजगढ़ पुलिस के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप से देर रात मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने प्रेसवार्ता के पहले ही मंदिरों में चोरी के मामले में 2 और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। अब तक कुल 5 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनमें बनवारी पिता अमर सिंह तंवर, पहलवान पिता गुलाब सिंह तंवर, मुकेश पिता जगन्नाथ तंवर, दिनेश पिता रंगलाल और राधेश्याम पिता रंगलाल तंवर का नाम शामिल है। ये सभी राजस्थान के झालावाड़ जिले के निवासी हैं।
एसपी आदित्य मिश्राा ने बताया कि आरोपियों के पास से चोरी की वारदात में इस्तेमाल सात बाइक भी मिली हैं, जिन्हें पुलिस ने अपने कब्जे में लिया है। ये गैंग खासतौर से मंदिर को ही टारगेट करती थी, क्योंकि यहां उन्हें कोई खतरा नहीं रहता था।