अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में इस बार भी बाइडन-ट्रंप में मुकाबला; निक्की हेली व्हाइट हाउस की दौड़ से हटीं
सुपर ट्यूजडे’ को देश भर में बुरी तरह से पराजित होने के बाद निक्की हेली ने अपना राष्ट्रपति अभियान भी निलंबित कर दिया है। इससे डोनाल्ड ट्रंप नवंबर 2024 में रिपब्लिकन नामांकन के लिए अंतिम शेष प्रमुख उम्मीदवार बन जाएंगे। राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से बाइडन और रिपब्लिकन पार्टी की ओर से ट्रंप पहले से प्रबल दावेदार माना जा रहे थे।
अमेरिकी डेमोक्रेटिक नेता जो बाइडन और रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रंप अपनी-अपनी पार्टी से राष्ट्रपति पद की दावेदारी के लिए देशभर के 15 राज्यों में हुए प्राइमरी चुनावों में जीत हासिल करने में कामयाब रहे। उधर, ट्रंप की प्रतिद्वंद्वी भारतीय मूल की निक्की हेली ने खुद को व्हाइट हाउस की दौड़ से अलग कर लिया है। इससे इस साल नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में बाइडन और ट्रंप के बीच 2020 की तरह मुकाबला तय है।
‘सुपर ट्यूजडे’ को देश भर में बुरी तरह से पराजित होने के बाद निक्की हेली ने अपना राष्ट्रपति अभियान भी निलंबित कर दिया है। इससे डोनाल्ड ट्रंप नवंबर 2024 में रिपब्लिकन नामांकन के लिए अंतिम शेष प्रमुख उम्मीदवार बन जाएंगे। राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से बाइडन और रिपब्लिकन पार्टी की ओर से ट्रंप पहले से प्रबल दावेदार माना जा रहे थे। ‘सुपर ट्यूजडे’ के चुनाव नतीजों के बाद ट्रंप (77) को डेलिगेट्स (मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले पार्टी सदस्य) की गणना में अहम बढ़त मिली है।
फिर से राष्ट्रपति पद पर काबिज होने की इच्छा रख रहे 81 वर्षीय बाइडन लगभग सभी डेमोक्रेट प्राइमरी राज्यों को जीतने में कामयाब रहे हैं। बाइडन ने सामोआ में जेसन पामर के हाथों शिकस्त जरूर खाई, लेकिन उन्हें प्राइमरी चुनाव में बड़ी चुनौती नहीं मिली। ऐसे में राष्ट्रपति पद का मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
सर्वाधिक राज्यों में प्राइमरी चुनाव का दिन ‘सुपर ट्यूजडे’
‘सुपर ट्यूजडे’ में अलास्का और कैलिफोर्निया से लेकर वर्मोंट तथा वर्जीनिया तक 16 राज्यों और एक क्षेत्र में चुनाव हुए। इसमें सैकड़ों डेलिगेट्स (मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले पार्टी सदस्य) के मत प्राप्त होते हैं। ‘सुपर ट्यूजडे’ अमेरिका के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के चयन के लिए प्राइमरी चुनाव प्रक्रिया का वह दिन होता है, जब सबसे अधिक राज्यों में प्राइमरी और कॉकस चुनाव होते हैं। बाइडन और ट्रंप ने मेन, ओक्लाहोमा, वर्जीनिया, नॉर्थ कैरोलिना और टेनेसी में जीत हासिल की। बाइडन ने मैसाचुसेट्स, वर्मोंट और आयोवा में डेमोक्रेटिक प्राइमरी चुनावों में भी जीत हासिल की है।
बाइडन-ट्रंप में आरोप-प्रत्यारोप
राष्ट्रपति पद के प्रबल दावेदारों में 81 वर्षीय बाइडन और 77 वर्षीय ट्रंप एक बार फिर उम्र को लेकर उठ रहे सवालों व लोकप्रियता में कमी के बावजूद पार्टियों पर पकड़ बनाए हुए हैं। ट्रंप ने आरोप लगाया कि हमें बाइडन को हराना ही होगा। वह (बाइडन) इतिहास के सबसे खराब राष्ट्रपति हैं। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा, यदि हम ये चुनाव हारते हैं तो आपको एक फिर डोनाल्ड ट्रंप के शासनकाल के साथ जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
हेली ने वर्मोंट में रिपब्लिकन प्राइमरी जीती
संयुक्त राष्ट्र पूर्व राजदूत निक्की हेली ने वर्मोंट में राष्ट्रपति पद की रिपब्लिकन प्राइमरी में जीत हासिल करते हुए क्षेत्र में डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका दिया है। हालांकि, इस जीत से ट्रंप के प्रभुत्व पर मामूली असर ही पड़ेगा। ‘सुपर ट्यूजडे’ से पहले ट्रंप के खाते में 244 और हेली के खाते में सिर्फ 43 डेलीगेट्स थे। सुपर मंगलवार को रिपब्लिकन प्राइमरी में, हेली ने रिपब्लिकन प्रतिनिधियों में से केवल 43 जीते, जबकि ट्रंप ने 764 प्रतिनिधियों पर जीत बनाई।
प्रतिस्पर्धा में अड़ी थीं
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत 52 वर्षीय निक्की हेली वर्मोंट में भारी समर्थन मिलने के बावजूद कोई बड़ी छाप छोड़ने में नाकाम रहीं। हेली ने दौड़ में बने रहने संकल्प लेते हुए पांच मार्च को कहा था कि जब तक कि अंतिम व्यक्ति मतदान नहीं कर देता, वह प्राइमरी में प्रतिस्पर्धा करना जारी रखेंगी। उन्होंने कहा था कि मैं एक बेहतर अमेरिका और एक उज्जवल अमेरिका में विश्वास करती हूं। उन्होंने ट्रंप और बाइडन दोनों को अमेरिका के लिए बहुत अच्छा नहीं बताया।