दो बंदूकधारियों ने चर्च में घुसकर की गोलीबारी, एक की मौत; आईएस ने ली हमले की जिम्मेदारी
तुर्किये के आंतरिक मंत्री अली येरलिकाया ने बताया कि घटना रविवार सुबह 11.40 बजे की है, जब दो बंदूकधारी सांता मारिया चर्च में घुस गए। उस वक्त प्रार्थना हो रही थी। इसी दौरान उन्होंने एक युवक को गोली मार दी, जिसने दम तोड़ दिया।
तुर्किये के एक गिरजाघर में हमला हो गया, जिसमें एक व्यक्ति हो गई। हालांकि, पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो दोनों आरोपी इस्लामिक स्टेट से जुड़े हुए थे और दोनों ही विदेशी नागरिक हैं। तुर्किये के राष्ट्रपति ने हमले की निंदा की है और चर्च को अपना समर्थन दिया है। घटना तुर्किये के इस्तांबुल की है।
30 स्थानों पर की गई छापेमारी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आंतरिक मंत्री अली येरलिकाया ने कहा कि रविवार सुबह करीब 11.40 बजे इस्तांबुल के सांता मारिया कैथोलिक चर्च में नकाबपोश दो बंदूकधारी घुस गए। इस दौरान, उन्होंने चर्च में सेवा कर रहे एक तुर्की नागरिक पर हमला कर दिया। हमले में उसकी मौत हो गई। आरोपियों की धड़पकड़ के लिए शहर के 30 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की गई और 47 लोगों को हिरासत में लिया गया। काफी मशक्कत के बाद आखिरी छापे के दौरान दोनों आरोपियों को पकड़ लिया गया।
आईएस ने ली हमले की जिम्मेदारी
जांच में सामने आया कि दोनों ही आरोपी विदेशी नागरिक हैं। उनमें से एक ताजिकिस्तान का नागरिक है तो दूसरा रूस का नागरिक है। शुरुआती जांच में सामने आया कि आरोपी इस्लामिक स्टेट से जुड़े हुए हैं। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। बता दें, गिरफ्तारी से पहले इस्लामिक स्टेट ने टेलीग्राम पर एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने हमले की जिम्मेदारी ली।
राष्ट्रपति, इटली पीएम, पोप फ्रांसिस ने की निंदा
राष्ट्रपति एर्दोगन ने घटना की निंदा की है और पादरी के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की है। आंतरिक मंत्री येरलिकाया के साथ-साथ न्याय मंत्री ने भी हमले की निंदा की है। वेटिकन के पोप फ्रांसिस ने भी घटना की निंदा की है। इटली की राष्ट्रपति जॉर्जिया मेलोनी ने भी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
चुनाव से पहले बलूचिस्तान में राजनीतिक दल के दफ्तर पर ग्रेनेड हमला
पाकिस्तान के बलूचिस्तान स्थित मुस्तंग में नेशनल पार्टी के चुनाव कार्यालय पर ग्रेनेड हमला हो गया है। हमले में दो लोग घायल हो गए। पुलिस थाने के निरीक्षक अब्दुल फतह का कहना है कि घायल व्यक्ति की पहचान हो गई है, जिनका नाम गुलाम मोहिउद्दीन और अब्दुल अजीज शमी है। इलाज के लिए उन्हें डीएचक्यू अस्पताल भेज दिया गया है। हालांकि, शमी को वहां से इलाज के लिए क्वेटा रेफर कर दिया गया।
समुद्री लुटेरों से मछुआरों को छुड़ाने में श्रीलंका की मदद करेगा भारत
भारत ने सोमाली समुद्री लुटेरों के कब्जे से श्रीलंकाई मछुआरों को छुड़ाने में मदद करने का भरोसा दिया है। नौका लॉरेंजो पुथा-4 मछली पकड़ने के लिए कई दिनों की यात्रा पर 16 जनवरी को श्रीलंका के दिकोविटा बंदरगाह से रवाना हुई थी। श्रीलंकाई नौसेना के प्रवक्ता गायन विक्रमसूर्या ने रविवार को बताया कि उनके देश ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र की केंद्रीय समुद्री कमान को मोगादिशू से दक्षिण पूर्व में करीब 840 नॉटिकल मील दूर सोमाली समुद्री लुटेरों की तरफ से छह मछुआरों व उनकी नौका को कब्जे में ले लेने की सूचना दी थी। भारत ने इन मछुआरों को मुक्त कराने में श्रीलंका की मदद करने का भरोसा दिया है।
अमेरिका में तीन लोगों की हत्या कर बुजुर्ग ने खुद को मारी गोली
अमेरिका के लॉस एंजिलस में शनिवार को एक घर पर हुई गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई। मामला ग्रेनाडा हिल्स क्षेत्र के लेर्डो एवेन्यू का है। बताया जा रहा है कि 80 साल के एक बुजुर्ग व्यक्ति ने तीन लोगों की हत्या कर खुद को भी गोली मार ली। हालांकि, उसने ऐसा कदम क्यों उठाया यह मामले की तस्दीक के बाद ही पता चल पाएगा। एक अधिकारी ने कहा, पुलिस को शाम लगभग सात बजे के आस-पास 11600 ब्लॉक में गोली चलने की सूचना मिली।
बांग्लादेश: नोबेल पुरस्कार विजेता यूनुस को जमानत
बांग्लादेश की एक अदालत ने रविवार को नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस को जमानत दे दी। अदालत उनकी सजा के खिलाफ दायर अपील पर भी सुनवाई के लिए सहमत हो गई है। यूनुस को देश के श्रम कानूनों का उल्लंघन करने के लिए छह महीने के कारावास की सजा सुनाई गई थी। यूनुस ने गरीबों, खासकर महिलाओं की मदद के लिए सूक्ष्म ऋण की शुरुआत की थी। उनके काम के लिए उन्हें वर्ष 2006 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
द. कोरिया का दावा, उ. कोरिया ने दागीं कई क्रूज मिसाइलें
दक्षिण कोरिया की सेना ने रविवार को दावा किया कि उत्तर कोरिया ने पूर्वी सैन्य बंदरगाह के जलक्षेत्र से कई क्रूज मिसाइलें दागीं हैं। उत्तर कोरिया ने यह कदम अमेरिका, दक्षिण कोरिया व जापान के साथ गहराते तनाव के बीच उठाया है। हालांकि, दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने यह जानकारी नहीं दी कि कितनी मिसाइलें दागी गईं या वे कितनी दूर तक पहुंचीं। फिलहाल यह भी स्पष्ट नहीं है कि प्रक्षेपण कैसे किए गए।