Uttarakhand accident-अपनों की चिंता में हर तरफ सिर्फ चीख-पुकार
उत्तराखंड के उत्तर काशी जिले में बस हादसे की सूचना मिलते ही मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के पवई ब्लाक के मोहिंद्रा, देवरिया व चकला गांवों के लोग बदहवास नजर आए। हर कोई अपने स्तर पर हादसे को पुष्ट करने में लगा रहा। जिला प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को फोन लगाते रहे। जैसे-जैसे हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ी, ग्रामीणों में चीख-पुकार मच गई।
लौटने की खुशी गम में बदल गई
यात्रियों का दल 20 मई को पन्ना से यात्रा पर निकला था। चित्रकूट, पशुपतिनाथ और काठमांडू होते हुए दो जून को सभी हरिद्वार पहुंचे। यहां दो दिन इंतजार के बाद रविवार को इन्हें यमुनोत्री और गंगोत्री का स्लाट आवंटित हुआ। कुछ ही दिनों में सभी ग्रामीणों को लौटना था। अचानक इस बड़े हादसे की सूचना ने ग्रामीणों को झकझोर कर रख दिया।
हादसे के शिकार अधिकतर पवई के गांवों के निवासी
पुलिस को उत्तराखंड प्रशासन से सूचना मिली थी कि डामटा से तकरीबन दो किलोमीटर की दूरी पर ये हादसा हुआ है। बस में सवार यात्री पन्ना के निवासी हैं। सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन ग्रामीण क्षेत्रों में हादसे के शिकार लोगों का पता लगाने का प्रयास कर रहा है। जिला प्रशासन के सूत्रों के अनुसार इस हादसे के शिकार हुए लोगों में अधिकांश जिले के पवई ब्लाक के गांवों के निवासी हैं।