दरवाजे पर हालचाल जानने पहुंचे तो छलक पड़े बुजुर्गों के आंसू …दिल छू गई उत्तराखंड पुलिस की पहल
जब हर कोई अपने परिवार संग दिवाली मना रहा था, तब कुछ बुजुर्गों की आंखें भी अपनों की ढूंढ रही थी। और ऐसे में उत्तराखंड पुलिस की पहल से बुजुर्गों की दिवाली यादगार बन गई।
दिवाली का त्योहार हर कोई अपने परिवार, रिश्तेदार, दोस्तों संग मनाता है। चारों तरफ उजियारा जीवन में एक नई उमंग और उल्लास लेकर आता है, लेकिन हमारे बीच में कुछ ऐसे भी लोग हैं जिनके जीवन में से यह खुशी दूर है। उनके जीवन की इस कमी को दूर करने के लिए उत्तराखंड पुलिस ने एक खास पहल की। जिसकी हर तरफ प्रशंसा हो रही है।
उत्तराखंड पुलिस की सराहनीय पहल से बुजुर्गों की दिवाली यादगार बन गई। दरवाजे पर पुलिस उनका हालचाल जानने पहुंची तो बुजुर्गों के आंसू छलक पड़े। पुलिस ने बुजुर्गों को दिवाली की शुभकामनाएं दी और उन्हें ये अहसास दिलाया कि वह अकेले नहीं है। पुलिस उनके साथ हर परिस्थिति में खड़ी है।
कभी कोई हालचाल जानने नहीं पहुंचा। क्या दिवाली और क्या होली… परिवार से ठुकराए या अन्य परिस्थतियों के चलते अकेले रह रहे उन बुजुर्गों के लिए कोई त्योहार नहीं होता, लेकिन यह दिवाली उनके लिए यादगार बन गई। थाना रानीपोखरी पुलिस द्वारा दीपावली पर्व के अवसर पर थाना क्षेत्र में निवास कर रहे सीनियर सिटीजनों की कुशलक्षेम ली गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के आदेश व पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के निर्देशन मे थाना रानीपोखरी पुलिस द्वारा थाना क्षेत्रांतर्गत रहने वाले सीनियर सिटीजन की कुशलता पूछते हुए उनसे उनकी समस्याओं के संबंध में जाना गया।
सीनियर सिटीजनों से मुलाकात के दौरान जब थानाध्यक्ष द्वारा ग्राम लिस्टाबाद निवासी अमरदेई से मुलाकात की गई तो उक्त बुजुर्ग महिला पुलिस वालों को देखकर भावुक होकर रोने लगी।
बुजुर्ग ने बताया कि दो साल से अपाहिज हूं आज तक मेरी कुशलता पूछने कोई भी नहीं आया, लेकिन आज उनका हालचाल जानने कोई पहुंचा। महिला ने पुलिस जवानों को आशीर्वाद दिया।
पुलिस ने दीपावली त्योहार की बधाई देते हुए मिष्ठान वितरित किया गया औक कोई भी समस्या होने पर थाने को अवगत कराने के लिए कहा गया।