पश्चिम बंगाल में क्यों कायम नहीं रह पाया विपक्षी गठबंधन? TMC ने इस कांग्रेस नेता पर फोड़ा ठीकरा

टीएमसी सांसद ने दावा किया कि इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) के कई आलोचक हैं, लेकिन सिर्फ दो-भाजपा और अधीर रंजन चौधरी लगातार गठबंधन के खिलाफ बोल रहे थे।
पश्चिम बंगाल में टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी राज्य में अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी और किसी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। ममता बनर्जी के इस एलान से विपक्षी गठबंधन को तगड़ा झटका लगा है। अब इसे लेकर जुबानी जंग भी शुरू हो गई है। टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी की वजह से बंगाल में विपक्षी गठबंधन काम नहीं कर पाया।
डेरेक ओ ब्रायन ने अधीर रंजन चौधरी पर फोड़ा ठीकरा
टीएमसी सांसद ने दावा किया कि इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) के कई आलोचक हैं, लेकिन सिर्फ दो-भाजपा और अधीर रंजन चौधरी लगातार गठबंधन के खिलाफ बोल रहे थे। आम चुनाव में अगर कांग्रेस, भाजपा को हरा देती है तो टीएमसी फ्रंट का हिस्सा जरूर होगी क्योंकि टीएमसी संविधान के लिए लड़ाई लड़ रही है। ममता बनर्जी के अकेले चुनाव लड़ने के एलान के बाद कांग्रेस पार्टी बैकफुट पर नजर आ रही है। यही वजह है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ममता बनर्जी के एलान के तुरंत बाद कहा कि ‘ममता बनर्जी के बिना विपक्षी गठबंधन की कल्पना भी नहीं की जा सकती।’
आम चुनाव में अगर कांग्रेस, भाजपा को हरा देती है तो टीएमसी फ्रंट का हिस्सा जरूर होगी क्योंकि टीएमसी संविधान के लिए लड़ाई लड़ रही है। ममता बनर्जी के अकेले चुनाव लड़ने के एलान के बाद कांग्रेस पार्टी बैकफुट पर नजर आ रही है। यही वजह है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ममता बनर्जी के एलान के तुरंत बाद कहा कि ‘ममता बनर्जी के बिना विपक्षी गठबंधन की कल्पना भी नहीं की जा सकती।’