वेस्ट वारियर्स संस्था शुक्रवार, 1 दिसंबर को Green Gurukul इंटर-स्कूल प्रतियोगिता की शुरुआत !
जाने क्या है YUWA और क्यों करें Green Gurukul में प्रतिभागअपने प्रोजेक्ट YUWA के अंतर्गत कर रही है
वेस्ट वॉरियर्स एक गैर लाभकारी संस्था है जो भारतीय हिमालयी क्षेत्र के कचरे के संकट को हल करने के लिए प्रणालीगत परिवर्तन एवं सोच के साथ कार्य कर रही है। संस्था जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता, पर्यावरण संरक्षण और अनौपचारिक आजीविका के लिए उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश मे कार्य कर रही है ।
संस्था द्वारा प्रोजेक्ट YUWA (यूथ यूनाइटेड फॉर वेस्ट एंड क्लाइमेट एक्शन) और पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड एक सीएसआर शाखा, पहल फाउंडेशन द्वारा पोषित है। देहरादून के युवाओं को पर्यावरणीय बाधाओं का प्रभावी ढंग से सामना करने के लिए समस्त योजनाओं और ज्ञान से परिपूर्ण कर मूल लक्ष्य से प्रेरित एक परिवर्तनकारी पहल के रूप में सामने आ रही है। एक फैसिलिटेटर के रूप में कार्य करते हुए, प्रोजेक्ट युवा इकोलिंपिक्स, ग्रीन गुरुकुल और स्वच्छता चौपाल जैसी आविष्कारी रणनीतियों को नियोजित करता है, जो युवा आबादी के भीतर पर्यावरण के प्रति उनके कर्तव्य और सक्रियता की भावना को गहराई से पैदा करने की ओर प्रयासरत है।
ग्रीन गुरुकुल, देहरादून में वेस्ट वॉरियर्स संस्था के नेतृत्व में प्रोजेक्ट YUWA का एक प्रमुख भाग है, जो विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को 21 दिन तक चलने वाली शहरी स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में शामिल किया जाएगा । यह प्रतियोगिता शहर भर में शुक्रवार, 1 दिसंबर से प्रारंभ की जा रही है। विभिन्न सरकारी/निजी स्कूल के विद्यार्थी व टीम स्थानीय पर्यावरणीय मुद्दों को सबके समक्ष रखने हेतु व क्रमबद्ध तरीके से पर्यावरण-समर्थक गतिविधियों पर एक साथ सहयोग करेंगी। एक ऑनलाइन लीडरबोर्ड तकनीक की सहायता से ट्रैक करते हुए संस्था प्रतियोगियों द्वारा किये गए कार्यों को संचालित करेगी। प्रतियोगिता के अंत मे सभी को उनके द्वारा किये गए प्रयासों के लिए पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे ,इसके साथ ही देहरादून की आने वाली युवा पीड़ी को जलवायु परिवर्तन और उत्पन्न हो रहे कचरे के मुद्दों के खिलाफ नेतृत्व करने के लिए सशक्त बनाने की ओर क़दम बढ़ाना है। संस्था का मुख्य केंद्र इस युवा-संचालित आंदोलन के माध्यम से उच्च तक्नीक द्वारा ठोस कचरा प्रबंधन को बढ़ावा देना है, साथ ही प्लास्टिक के उपयोग को कम करते हुए अपने भविष्य को पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए कार्य करना है.