आज उत्तराखंड समानता पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक रिंग रोड, देहरादून स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में संपन्न हुई।बैठक की
अध्यक्षता पार्टी अध्यक्ष नवीन चन्द्र कांडपाल ने की तथा संचालन संयुक्त रूप से पार्टी प्रमुख महासचिव चन्दन सिंह नेगी तथा महासचिव टी एस नेगी ने किया। इस अवसर पर निम्नलिखित 20 नए सदस्यों द्वारा पार्टी की सदस्यता ग्रहण की गई:
1 श्री दयाल सिंह पयाल
2 श्री गणेश रावत
3 श्री ओम प्रकाश डबराल
4 श्रीमती जसमति देवी
5 श्री कन्हैय्या लाल थपलियाल
6 श्रीमती मीना नेगी
7 श्री विजय प्रसाद डबराल
8 श्रीमती यमुना देवी डबराल
9 श्री बची राम चमोली
10 श्रीमती पुष्पा चमोली
11 श्री राजेन्द्र सिंह रावत
12 श्री जी एम नेगी
13 श्रीमती सुधा नेगी
14 श्री वीरेन्द्र सिंह चौहान
15श्रीमती दीपा हटवाल
16 श्रीमती संगीता बिष्ट
17 श्री लोकेन्द्र प्रसाद नौटियाल
18 श्री प्रमोद कुमार देवरानी
19 श्री मुकेश धूलिया
20 श्री सुरेन्द्र सिंह नेगी
सभी नए सदस्यों का पटका पहना कर स्वागत किया गया।
पार्टी के विस्तार पर गहन मंथन किया गया। यह निर्णय किया गया कि आगामी बैठक में पार्टी के महिला प्रकोष्ठ का गठन कर दिया जाए।
पार्टी के प्रमुख महासचिव चन्दन सिंह नेगी ने वर्तमान में पार्टी की बढ़ती हुई सदस्यता तथा लोकप्रियता पर संतोष प्रकट किया तथा कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि पूर्ण निष्ठा, समर्पण, लगन तथा परिश्रम से पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए कार्य करें।उन्होंने बताया कि पार्टी का भारत चुनाव आयोग में सात माह पूर्व पंजीकरण हुआ था। इतने कम समय में संसाधनों की कमी के बाबजूद पार्टी जन जन तक पहुंचने में सफल रही है तथा राज्य में तीसरी शक्ति के तौर पर उभर रही है। अध्यक्ष महोदय ने कहा कि अधिक से अधिक युवाओं को पार्टी से जोड़ा जाए।उनहोंने संगठन सचिव श्रीधर प्रसाद नैथानी द्वारा पार्टी की सदस्यता बढा़न में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए उनको बधाई दी तथा उनकी प्रशंसा की।
उन्होने जनपद संयोजकों को सलाह दी कि नवम्बर तक राज्य के सभी जनपदों में कार्यकारिणियों का गठन हो जाना चाहिए। राज्य में आगामी त्रिस्तरीय चुनाव के बारे में भी चर्चा हुई तथा निर्णय लिया गया कि पार्टी चुनाव में प्रतिभाग करेगी तथा इसके लिए तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।
पार्टी के संविधान में आवश्यक संशोधन किए जाने हैं। इस संबंध में संविधान संशोधन समिति के अध्यक्ष जे पी कुकरेती ने बताया कि रिपोर्ट तैयार है तथा कुछ बिन्दुओं पर कानूनी राय लेनी है। अत: दो सप्ताह के भीतर समिति अपनी रिपोर्ट सौंप देगी।
प्रमुख महासचिव द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में पार्टी में तदर्थ कार्यकारिणी कार्यरत है तथा एक पूर्णकालिक कार्यकारिणी को आवश्यकता महसूस की जा रही है। अत: यह निर्णय लिया गया कि शीघ्र नई कार्यकारिणी के विधिवत निर्वाचन की व्यवस्था कर दी जाएगी।
बैठक में पार्टी के फाऊंडर सदस्य श्री स्वस्ति कांत कुकरेती जी के निधन पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
पार्टी ने अपनी निम्नलिखित मांगें रखी:
-राज्य में पनप रहे भ्रष्टाचार,घोटालों, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार, क्रूरता तथा हत्याओं की घटनाओं को रोका जाए।
-विधानसभा में बैकडोर से भर्ती की अनियमितताओं को अंजाम देने वाले दोषियों को दण्ड दिया जाए।
- पटवारियों को दी गई पुलिस की शक्तियां वापिस ली जाएं तथा संपूर्ण राज्य में कानून व्यवस्या का दाइत्व राज्य पुलिस को सौंपा जाए।
-हिमाचल की तर्ज पर सशक्त भू-कानून लागू किया जाए। भू- कानून में सुधार हेतु गठित की गई समिति जिसे उत्त्तराखण्ड समानता पार्टी द्वारा महत्वपूर्ण सुझाव भेजे गए थे की रिपोर्ट सरकार को प्राप्त हो जाने के पश्चात भी भू-कानून लागू न किया जाना निंदनीय है। राज्य में शीघ्र सशक्त भू-कानून लागू न किए जाने की दशा में पार्टी आंदोलन के लिए बाध्य होगी। - राज्य में मूल निवास 1950 को बहाल किया जाए।
-राज्य में चल रहे सभी होटल तथा रिजार्ट की जांच की जाए तथा ऐसे होटल तथा रिजार्ट जोअवैध रूप से चल रहे हैं या जो अय्याशी के अड्डे बन कर रह गए हैं को चिन्हित कर उनके लाइसेंस रद्द किए जाएं।
-भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए शीघ्र ही लोकायुक्त की नियुक्ति की जाए।
-बढ़ती हुई महंगाई, बेरोजगारी तथा पलायन पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
-उत्तराखंड की महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए राजकीय सेवायोजन में अविलंब 30% क्षैतिज आरक्षण को लागू करने हेतु अध्यादेश लाया जा। - राज्यवासियों के हक हकूक बहाल किए जाने के लिए उत्त्तराखंड समानता पार्टी द्वारा वन अधिनियमों में संशोधन हेतु सरकार को दिए गए सुझावों को जिनमें वृक्ष संरक्षण अधिनियम 1976 को निरस्त किए जाने की भी एक मांग है को शीघ्र लागू किया जाए।
-पहाड़ों में जंगली जानवरों के संरक्षण के साथ साथ जनजीवन तथा खेती की सुरक्षा को भी सुनिश्चित किया जाए। जंगली जानवरों द्वारा की गई जनजीवन की हानि तथा खेती को किए गए नुकसान की भरपाई के लिए ठोस मुआवजा नीति बने ताकि राज्यवासियों को पलायन के लिए मजबूत न होना पड़े।
बैठक में निम्नलिखित सदस्य मौजूद रहे’:
नवीन चन्द्र कांडपाल अध्यक्ष, चन्दन सिंह नेगी प्रमुख महासचिव, बलबीर सिंह भंडारी उपाध्यक्ष,टी एस नेगी महासचिव, विनोद नौटियाल मुख्य सलाहकार, एल पी रतूड़ी कोआर्डिनेटर, जे पी कुकरेती सलाहकार, श्रीमती मधु कुकरेती कोषाध्यक्ष, अतुल रमोला प्रवक्ता, श्रीमती प्रतिभा नैथानी प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी, आर पी जोशी सह सचिव, श्रीमती संगीता बिष्ट, श्रीमती दीपा हटवाल, श्रीमती मीना नेगी, दयाल सिंह बागड़ी, मुकेश धूलिया तथा अन्य सदस्य मौजूद रहे।
चन्दन सिंह नेगी
प्रमुख महासचिव
उत्तराखण्ड समानता पार्टी