सर्दी में धर्मनगरी में घटी यात्रियों की संख्या, रातभर गुलजार रहने वाले बाजार भी पड़े सूने
हरकी पैड़ी क्षेत्र में भी गंगा स्नान करने के लिए सामान्य दिनों के मुकाबले कम श्रद्धालु आ रहे हैं। गंगा के अन्य घाटों पर तो बेहद कम संख्या में श्रद्धालु नजर आ रहे हैं।
सर्दी में धर्मनगरी में यात्रियों की संख्या घट गई है। इससे गंगा घाटों पर कम यात्री नजर आ रहे हैं। होटल, धर्मशालाएं और आश्रम भी खाली चल रहे हैं। रातभर यात्रियों से गुलजार रहने वाले बाजार सूने पड़े हुए हैं। शहर में इन दिनों कड़ाके की सर्दी पड़ रही है।
सुबह से कोहरे की सफेद चादर छा जाती है। हालांकि, दो दिन से सुबह दस बजे के बाद धूप निकल रही है, लेकिन इससे भी लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल रही है। रविवार को भी शहर का अधिक तापमान 18 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान छह डिग्री दर्ज किया गया।
सर्दी से पारा गिरने से बेहद कम संख्या में यात्री शहर में पहुंच रहे हैं। इससे दुकानदारों की दुकादारी पर भी असर पड़ रहा है। ठंड के कारण हरकी पैड़ी क्षेत्र में भी गंगा स्नान करने के लिए सामान्य दिनों के मुकाबले कम श्रद्धालु आ रहे हैं। गंगा के अन्य घाटों पर तो बेहद कम संख्या में श्रद्धालु नजर आ रहे हैं।
सर्दी के सीजन में धर्मनगरी का बाजार भी ठंडा हो गया है। व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। जनवरी में सर्दी का सीजन व्यापार के लिहाज से अच्छा नहीं रहेगा।
इक्का-दुक्का लोग स्नान के लिए पहुंचे
ठंड के चलते सामान्य दिनों की अपेक्षा काफी कम भीड़ गंगा घाटों पर दिख रही है। हालत यह है कि जहां ब्रह्मकुंड की धारा में स्नान करने की अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता था, वहीं रविवार को दोपहर में इक्का दुक्का लोग दिखाई दिए। हरकी पैड़ी गंगा घाट पर भी स्नान करने वालों से अधिक स्थानीय लोग दिखे।
गन्ना छिलाई में हो रही परेशानी
देहात क्षेत्र में दिनभर कड़ाके की सर्दी रहने से खेती का कार्य बुरी तरह से प्रभावित हो गया है। सबसे अधिक गन्ने की छिलाई करने में किसानों और मजदूराें को परेशानी हो रही हैं। क्योंकि, कड़ाके की ठंड में गन्ने की कटाई, छिलाई और फिर ढुलाई करने के लिए ठंड में लोगों के हाथ काम नहीं कर रहे हैं। लोग किसी तरह से रुक-रुक कर गन्ने के खेतों में कार्य कर रहे हैं।