अखिलेश यादव के इस कदम से भाजपा में बैचेनी, आगरा से ऐसे नेता पर लगाया दांव, जिनकी दूर-दूर तक नहीं थी उम्मीद
अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए हर सीट से बेहद की सोच समझकर प्रत्याशियों का चयन किया है। वहीं आगरा से ऐसे प्रत्याशी को मैदान में उतारा गया है, जिनकी दूर-दूर तक उम्मीद नहीं थी।
समाजवादी पार्टी ने आगरा लोकसभा सीट पर जूता कारोबारी सुरेश चंद कर्दम को टिकट दिया है। सोमवार रात सपा ने उनकी घोषणा की। अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित आगरा सीट पर सपा ने जाटव कार्ड खेला है। पिछले 10 दिनों से सपा में प्रत्याशी चयन को लेकर मंथन चल रहा था। कई नाम शामिल थे। लेकिन, नए चेहरे के रूप में सुरेश चंद को मौका मिला।
63 वर्षीय सुरेश 24 साल पहले वर्ष 2000 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से आगरा नगर निगम के मेयर का चुनाव लड़ चुके हैं। तब वह दूसरे नंबर पर रहे थे। कम अंतर से चुनाव हार गए थे। कारोबारी होने के कारण सुरेश किसी दल में पदाधिकारी नहीं रहे। कई नामदारों की जगह सपा ने उन्हें टिकट दिया। सपा इस बार पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक (पीडीए) के नारे पर चुनाव लड़ रही है। सुरेश चंद कर्दम आगरा के अनुसूचित वर्ग से आते हैं।
अमर उजाला से सुरेश चंद कर्दम ने कहा कि पार्टी नेतृत्व के अनुसार चुनाव लडूंगा। पिछले महीने सपा ने रामजी लाल सुमन को राज्य सभा भेजा था। सुमन को सांसद बनाने के पीछे भी अनुसूचित वर्ग को साधना था। अब सपा ने आगरा से जाटव कार्ड खेला है। इंडिया गठबंधन में शामिल सपा के खाते में टिकट बंटवारे में आगरा लोकसभा सीट आई है। कांग्रेस को फतेहपुर सीकरी सीट मिली है। 1999 से 2009 तक आगरा सीट से समाजवादी पार्टी से राज बब्बर दो बार सांसद बने थे। तब उन्होंने भाजपा के भगवान शंकर रावत को हराया था।