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उत्तराखंड

चंपावत में हादसा: निर्माणाधीन गर्ल्स हॉस्टल के सेप्टिक टैंक में उतरे साइट इंजीनियर और कारपेंटर, दोनों की मौत

दोपहर में निर्माणाधीन गर्ल्स हॉस्टल का पहले एक टैंक को खोला गया। इसके बाद दोनों दूसरे टैंक में घुसे तो वहां बनी गैस की चपेट में आ गए।डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम इंजीनियरिंग काॅलेज के निर्माणाधीन गर्ल्स हॉस्टल के सेप्टिक टैंक की शटरिंग खोलकर उतरे कार्यदायी संस्था के साइट इंजीनियर और कारपेंटर की टैंक में गैस लगने से मौत हो गई। दोनों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शवों को मोर्चरी में रखवाने के साथ ही उनके परिजनों को सूचना दे दी है।सीओ वंदना वर्मा ने बताया कि रविवार दोपहर करीब 3:30 बजे कॉलेज के निर्माणाधीन गर्ल्स हाॅस्टल के सेप्टिक टैंक में कार्यदायी संस्था रामपुर की अग्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के साइट इंजीनियर मूल निवासी ग्राम चगेटी, तहसील भनोली निवासी और हाल निवासी घसियारामंडी शिवराज चौहान (28) पुत्र प्रेम सिंह और नौगवां बीसलपुर, पीलीभीत (यूपी) निवासी हसन (24) पुत्र तौकीर रजा के सेप्टिक टैंक में अचेत पड़े होने की सूचना मिली।इस पर कोतवाल चेतन रावत के नेतृत्व के एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं। दोनों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया जहां डाॅ. मानवेंद्र शुक्ला ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। अस्पताल पहुंचे साथी कर्मियों और रिश्तेदारों ने बताया कि करीब पांच माह पहले ही सेप्टिक टैंक बना दिया गया था लेकिन उनके एक साथ जुड़े तीन टैंकों को बारिश के चलते नहीं खोला जा सका था। टैंक में एक फुट से अधिक पानी भरा था।मृतक साइट इंजीनियर शिवराज चौहान और कारपेंटर हसन दोनों ही अविवाहित थे। हादसे की सूचना मिलते ही परिजन और परिचित शोक में डूब गए। दोनों के साथी कर्मियों ने बताया कि नवनिर्मित सेप्टिक टैंक में तीन चैंबर बने हैं। इसमें से पहले चैंबर की शटरिंग को तोड़ने के बाद वे दोनों दूसरे टैंक में गए। मृतक इंजीनियर के रिश्तेदार पवन ने बताया कि शिवरात परिवार का इकलौता चिराग था। उनकी तीन बहनें हैं, जिनकी शादी हो चुकी है, शिवराज अविवाहित था। कारपेंटर हसन के रिश्तेदार सलमान आदि ने बताया कि हसन भी अविवाहित था। परिवार में तीन भाइयों में मो. रजा और अहमद रजा के बाद वह सबसे छोटा था। बताया जा रहा है कि पांच माह से चैंबर बंद होने से उसमें गैस बन गई थी।





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