लेबनान से इस्राइल में घुसपैठ की कोशिश नाकाम,
हमास की ओर से इस्राइल पर किए गए हमलों के बाद दोनों ओर से संघर्ष जारी है। जहां गाजा पट्टी के अलग-अलग ठिकानों से अभी भी इस्राइल पर रॉकेट हमले जारी हैं तो वहीं इस्राइली वायुसेना ने पूरे क्षेत्र में बमबारी जारी रखी है। दोनों तरफ से इस जंग में अब तक 4000 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। इस बीच इस्राइल ने अब लेबनान की ओर से रुक-रुक कर हमले कर रहे हिज्बुल्ला संगठन पर भी हमले शुरू कर दिए हैं। इस्राइल की सेना ने कहा है कि वह हिज्बुल्ला आतंकियों के ठिकानों को निशाना बना रहा है। पढ़ें इस्राइल-हमास संघर्ष के ताजा अपडेट्स…
गाजा में स्थिति ‘नरसंहार के स्तर’ तक, तत्काल मानवीय सहायता की जरूरत
कई फलस्तीनी मानवाधिकार संगठनों ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक- रामल्ला में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गाजा पट्टी पर इस्राइली हमलों को रोकने का आह्वान किया। खबरों के मुताबिक फलस्तीन अथॉरिटी (पीए)-शासित स्वतंत्र आयोग के महानिदेशक अम्मार द्वैक ने कहा, “अगर गाजा पर हमला नहीं रुका और अगले कुछ घंटों में मानवीय सहायता नहीं भेजी गई, तो अभूतपूर्व मानवीय तबाही सामने आएगी। उन्होंने कहा, बीमारियां फैलनी शुरू हो गई हैं। मानवीय संकट अंतरराष्ट्रीय, अरब और इस्लामी जगत की अंतरात्मा बर्दाश्त नहीं कर सकती।
गाजा में स्थिति ‘नरसंहार के स्तर’ तक
अल-हक अधिकार समूह के प्रमुख शवन जबरीन ने कहा कि गाजा में स्थिति “नरसंहार के स्तर” तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा, “युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ़ अपराध हो रहे हैं। नागरिकों को मारने का आधिकारिक फैसला इस्राइल ने लिया है।
गाजा पट्टी का हाल- आखिरी सांस गिन रहे अस्पताल के जेनरेटर, पानी और भोजन की कमी
इस्राइल और हमास के युद्ध के बीच गाजा पट्टी पर मौजूद लाखों लोगों के सामने जीवन का संकट पैदा हो गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, गाजा पट्टी पर इस्राइली सेना की बमबारी के बाद फलस्तीनी एन्क्लेव का बड़ा हिस्सा मलबे के ढेर में बदल चुका है। एन्क्लेव की पूरी तरह से नाकेबंदी के बीच लोगों को पानी जैसी बुनियादी चीजें भी नहीं मिल रही हैं। लोगों को पानी लाने के लिए समुद्र के पास कुएं खोदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। 2.3 मिलियन लोगों के घरों में संकट है। अस्पतालों के पास केवल कुछ ही घंटों का ईंधन बचा है।